पिछला भाग पढ़े:- आत्माराम की बीवी और बेटी बनी रंडियां-1
नमस्कार दोस्तों, अपनी TMKOC सेक्स कहानी का अगला भाग लेके मैं आप सब के सामने फिर से हाजिर हूं। उम्मीद है आप सब ने इस कहानी का पिछला पार्ट पढ़ा होगा, और उसको पढ़ कर आप सब को मजा भी आया होगा। अगर अभी तक आपने पिछला पार्ट नहीं पढ़ा है, तो कृपया उसको पहले जा कर पढ़ ले।
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा कि कैसे भिड़े का परिवार सड़क पर आ जाता है। फिर दया उसके परिवार को अपने घर में रख लेती है। फिर भिड़े की पत्नी माधवी दया को इस बात पर मन लेती है, कि वो उनके घर का काम कर देगी, जिसके बदले दया उसको कामवाली के पैसे दे दे। दया पहले तो मना करती है, लेकिन माधवी के रिक्वेस्ट करने पर मान जाती है। फिर एक दिन जेठालाल माधवी को उसके साथ सेक्स करने के लिए कहता है, और उसके होंठ चूसने लगता है। माधवी उसको धक्का दे कर उससे अलग होती है, और जाने लगती है। अब आगे-
जब माधवी जाने लगती है, तो जेठालाल बोलता है-
जेठालाल: देख लीजिए माधवी भाभी। इसमें आप ही का फायदा है। मैं आपको एक बार के 10000 दूंगा। और जैसे हालात आपके चल रहे है, उसमें 10000 आपके बहुत काम आ सकते है।
माधवी 10000 सुन कर रुक जाती है। उसके दिमाग में आता है कि अगर वो जेठालाल को चुदाई करने की इजाज़त दे देगी, तो इसमें उसका कोई नुकसान नहीं था। पर जो पैसे वो चूत चुदवा कर कमा सकती थी, उससे उनका घर दोबारा उनके पास आ सकता था। फिर वो पीछे मुड़ी, और जेठालाल की तरफ देख कर बोली-
माधवी: आप अपनी बात से मुकर गए तो? चुदाई करके आपने पैसे ना दिए तो?
जेठालाल: अगर आपको यकीन नहीं है, तो पैसे पहले दे दूंगा। लेकिन मजा पूरा आना चाहिए। मुझे किसी तरह के कोई नखरे नहीं चाहिए कि ये नहीं करूंगी, ये नहीं करूंगी। देखो रंडी 2000 रुपए में देती है, और कोई नखरा नहीं करती। यहां मुझे 10000 देने है, तो मुझे पूरा मजा और सपोर्ट चाहिए।
माधवी: ठीक है, आप जैसा कहेंगे, वैसा करुंगी। किसी चीज के लिए मना नहीं करूंगी। आप बस बताइए कि कहां और कब करना है?
जेठालाल: आज शाम को दया 2 दिन के लिए अपने माइके जा रही है। इन 2 दिनों के लिए तुम्हें मेरी रंडी बन कर रहना होगा। मैं जब चाहूं कपड़े उतार दो, और जब बोलूं लंड पे चढ़ जाओ।
माधवी: लेकिन भिड़े घर पर है, उसको क्या बोलूंगी?
जेठालाल: उसको मैं देख लूंगा, तुम बस अपना जिस्म तैयार रखो।
माधवी: ठीक है।
फिर माधवी दोबारा अपना काम करने लगी। जेठालाल से उसको देख कर कंट्रोल नहीं हुआ और उसने माधवी को दोबारा अपनी बाहों में भर लिया। माधवी ने उसको फिर मना किया, लेकिन पहले वाली मना में और इस वाली मना में बहुत फरक था। इस बार माधवी इसलिए मना कर रही थी, ताकि कोई उनको देख ना ले। लेकिन जेठा कहां रुकने वाला था। उसने माधवी को अपनी बाहों में भर लिया, और उसके होंठों को चूसना शुरू कर दिया।
इस बार माधवी भी जेठालाल का साथ देने लगी। दोनों बड़े मजे से एक-दूसरे के होंठ चूसने लगे। होंठ चूसते हुए जेठा अपने हाथ माधवी की मोटी और सेक्सी गांड पर ले गया, और उसको दबाने लगा। इससे माधवी और उत्तेजित होने लगी, और जेठा के होंठों को खींच-खींच कर चूसने लगी। तभी अचानक कहीं से दया की आवाज आई, और दोनों जल्दी से अलग हुए, और अपनी-अपनी जगह पर वापस चले गए।
दोपहर हो चुकी थी, और माधवी रसोई घर में काम कर रही थी। तभी भिड़े घर पर खाना खाने आया। उसने माधवी को कहा-
भिड़े: माधवी मैं 2 दिन के लिए बाहर जा रहा हूं।
भिड़े के मुंह से अचानक से 2 दिन के लिए बाहर जाने की बात सुन कर माधवी हैरान हो गई। फिर वो भिड़े से पूछने लगी-
माधवी: ये अचानक बाहर जाने का प्रोग्राम कहां से बन गया?
भिड़े बोला: जेठा भाई ने मुझे एक काम बोला है जिसके लिए मुझे 2 दिन के लिए जाना पड़ेगा। उसके लिए वो मुझे 5000 रुपए देंगे। अब नौकरी पर तो तनख्वाह कम है, तो वहां से छुट्टी लेके 2 दिन के लिए जेठा भाई का काम करने जा रहा हूं।
भिड़े की ये बात सुन कर माधवी ने ठीक है बोला, और अपने मन में मंद-मंद मुस्कुराने लगी। वो सोच रही थी कि जेठा उसकी चुदाई करने के लिए कुछ भी कर सकता था। फिर ऐसे ही शाम हो गई, और दया माधवी को क्या काम करना है बता कर चली गई। उधर भिड़े भी निकल गया।सोनू भी अपनी सहेली के यहां पढ़ने के लिए चली गई, और वो अगले दिन ही आने वाली थी।
अब घर में सिर्फ जेठालाल और माधवी ही रह गए थे। फिर जेठालाल माधवी के पास आया और बोला-
जेठालाल: माधवी मैं तुम्हारा अपने कमरे में इंतेज़ार कर रहा हूं। अच्छे से तैयार होके आना।
माधवी ने जेठा को कुछ जवाब नहीं दिया। बस एक सेक्सी सी मुस्कुराहट दे दी। फिर जेठालाल अपने कमरे में चला गया। माधवी भी अपने कमरे में गई, और अपने कपड़ों का बैग खोला। कुछ कपड़े छांटने के बाद माधवी ने वो कपड़े निकाले, जो वो भिड़े को खुश करने के लिए पहनती थी। वो कपड़े थे एक नीले रंग की डेनिम शॉर्ट्स, और साथ में काले रंग की टाइट स्लीवलेस टॉप।
फिर माधवी नंगी हो गई, और अपने नंगे बदन को शीशे में देखने लगी। वो मन ही मन सोचने लगी कि आज जेठालाल उससे इतना खुश हो जाएगा कि 10000 की जगह 20000 दे देगा। फिर माधवी ने काले रंग की पैंटी पहनी। उसकी चूत पर हल्के बाल थे। उसके बाद माधवी ने ब्रा पहनी और पीछे हाथ ले जा कर ब्रा का हुक लगाया। बहुत सेक्सी लग रही थी वो।
फिर माधवी ने अपनी शॉर्ट्स और टॉप पहनी। उसके बाद उसने हल्का मेकअप किया। अब वो एक-दम जबरदस्त माल लग रही थी। वो खुद को शीशे में देख कर मुस्कुराई, और फिर चल पड़ी जेठालाल के कमरे की तरफ।
इसके आगे इस हॉट कहानी में क्या हुआ, वो आपको आने वाले पार्ट में पता चलेगा। यहां तक की कहानी पर अपने विचार ज़रूर दे।