बाप बेटी की चुदाई – मालिनी अवस्थी की ज़ुबानी-7

पिछला भाग पढ़े:- बाप बेटी की चुदाई – मालिनी अवस्थी की ज़ुबानी-6

अब तक आपने पढ़ा कि आलोक नहीं चाहता था‌ कि मानसी उससे चुदाई करवाए, मगर मानसी नहीं मानती थी। आलोक के मना करने पर मानसी का एक ही जवाब होता, “पापा आप ये सोचते ही क्यों हो कि आप अपनी बेटी की चूत चोद रहे हो। आप बस इतना ही सोचो कि आप के सामने एक चूत है, और आप उसे चोद रहे हो। किसकी चूत चोद रहे हो ये सोचो ही मत”।

ये बोल कर मानसी खुद ही अपने चूतड़ों के नीचे तकिया लगा लेती और अपनी टांगें उठा कर अपने हाथों से चूत खोल कर बिस्तर पर लेट जाती। मानसी की गुलाबी चूत देख कर आलोक का लंड फनफनाने लगता, और वो बेकाबू हो जाता। उसके सामने कोइ चारा नहीं रहता और चुदाई हो जाती।

अब आगे।

Leave a Comment