पिछला भाग पढ़े:- मेरी खूबसूरत पत्नी को अकेले रहना पसंद नहीं-9
जब अंजली से मिलने का और कोई रास्ता नहीं दिखा, तो केडिया ख़ुद अंजली के घर आ गया। पिछले दिन उसने कोई उल्टी-सुल्टी बात नहीं की थी, लेकिन अंजली को देख कर केडिया को बहुत ज़्यादा लालच हो गया। आनंद ने बता ही दिया था कि वो कहां काम करता था, किस पोस्ट पर था। केडिया को विदा करने के बाद आनंद ऑफिस पहुंचा। उसके ऑफिस में कई लोगों से केडिया के बारे में पूछा। सब ने उससे एक ही बात कही,
“आनंद जी, साला इतना रुपया देता है कि हमारे घर की औरतें उसके सामने नंगी होने के लिए लाईन में खड़ी रहती है। आप कहते हैं कि केडिया आपके घर आया था, यानी यह बात पक्की करने आया था कि अंजली मैडम सुंदर है कि नहीं। आनंद जी, अब जब उस हरामी ने अंजली को देख लिया है तो जान लीजिए कि अगर वो ख़ुद दुबारा आपके घर गया, तो वो अंजली को नंगा करेगा ही, और आपके सामने उसके अंग-अंग को चाटेगा।
यह तो भगवान का शुक्र है कि साले के लंड में अब कोई दम नहीं है, इसलिए सिर्फ़ चाट-चूस कर ही मज़ा लेता है। यार, अगर हमारी घरवालियों के नंगा होने से ही हज़ारों रुपये मिलते हैं, तो हम भी आंखें बंद कर लेते हैं। और सबसे बड़ी बात जितने भी पुलिस ऑफ़िसर हैं, सभी को केडिया तनख़्वाह देता है।”
दो सीनियर ऑफ़िसर, जिनकी घरवाली 40 साल से उपर की होंगी, उन्होंने कहा कि उनकी घरवालियां हर दूसरे-तीसरे महीने जा कर नंगी होती है, और 20-25 हज़ार लेकर आती है। आनंद ने बहुतों से पता किया लेकिन किसी ने कहा कि उसकी घरवाली केडिया के घर में चुदवाती हैं। लेकिन सभी ने झूठ कहा। केडिया के घर में जितनी भी जाती थी, सभी ख़ुशी-ख़ुशी केडिया के सामने कभी बल्लू तो कभी भीमा या फिर कभी कस्टोमर से चुदवाती ही थी।
आनंद भी समझ गया कि केडिया जल्दी ही अंजली को नंगा करेगा। लेकिन इतनी जल्दी, अगले ही दिन जवानी का खेल खेलने आ जायेगा, यह आनंद ने नहीं सोचा था। और केडिया ने कह दिया कि अगर अंजली नंगी नही होगी तो आनंद ही पुलिस से कहेगा कि अंजली धंधा करती है, रुपया लेकर चुदवाती है।
आनंद: अंजली, बिना वजह बात बढ़ाने से क्या फ़ायदा। केडिया साहब यहां सालों से हैं, और हमें अभी यहां कोई पहचानता भी नहीं। सिर्फ़ नंगा होने की बात है ना, तुम केडिया साहब को अपनी नंगी जवानी दिखा दो।
अंजली: अभी नंगा होने बोल रहे हो, और बाद में दूसरों से चुदवाने भी बोलोगे। केडिया जब तक मैं ख़ुद ना बोलूं तुम्हारा कोई भी आदमी मुझे नहीं चोदेगा। हां, आज तुम मुझे तीन लाख दो फिर तुम जब भी आओगे तुम्हारे सामने नंगी रहूंगी। हर रोज़ का अलग से पचास हज़ार लूंगी।
केडिया के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आई।
केडिया: आनंद, लंड टाईट नहीं हुआ क्या? देखो माया कितनी गर्म हो गई है। तुम चोदोगे कि मैं बल्लू को बुला लूं।
आनंद ने माया को अपनी गोदी में खींचा।
आनंद: आप अपनी माल का मज़ा लीजिए, मैं अपनी माया रानी को प्यार करता हूं।
बोलते हुए आनंद ने टॉवेल फेंक दिया, और केडिया ने झट से आनंद का लंड पकड़ लिया।
केडिया: वाह आनंद जी, मुझे तो लगा था कि आप जैसे चिकने आदमी का लंड बेकार होगा। नहीं मैं बहुत ग़लत था। बहुत ही प्यारा लंड है यार, मुझे प्यार करने दो।
अंजली और माया के सामने केडिया ने क़रीब दस मिनट आनंद के लंड को चूसा।
केडिया: देखने में लंड बहुत प्यारा है, अब देखें इसमें कुछ दम भी है कि नहीं।
आनंद ने माया को उठा कर सोफ़ा पर लिटाया। थोड़ी देर की चुम्मा-चाटी के बाद आनंद ने उस सुबह दूसरी बार माया की बूर में लंड पेल दिया। केडिया चुदाई देखते हुए अंजली के ब्रा के उपर से चूची को दबाया।
अंजली ने ज़ोर से कहा, “पहले मेरी क़ीमत”।
केडिया इस औरत को नंगा देखने के लिए पागल हो गया था। माया मस्ती की सिसकारी मार रही थी, लेकिन केडिया की नज़र अंजली के उपर से हट ही नहीं रही थी।
केडिया ने बैग से सारा रुपया निकाला। उसने धीरे से कहा,
“अंजली रानी, जितना मांगोगी दूंगा। ये अभी पांच लाख है, मुझे पूरी मस्ती लेने दो उसके बाद हम सब के सामने आनंद से चुदवाओ।”
अंजली ने भी बहुत ही धीमी आवाज़ में कहा, “अगर चुदवाना है तो किसी दूसरे से चुदवाओ ना, इस हरामी (आनंद) को भी देखने दो कि नामर्द की घरवाली दूसरों से कैसे चुदवाती है।”
अंजली की बात को ना माया ने ही सुना, ना ही आनंद ने।
अंजली ने पूरा रुपया उठाया और खड़ी हो गई। वो मटकती हुई रुम में गई और रुपया रख कर वापस आ गई। लेकिन अब उसके बदन पर ना ब्रा थी, ना ही पेटीकोट। सर से पांव तक अंजली भी नंगी थी।
केडिया: उफ़ आनंद, बहुत ही किस्मत वाले हो। क्या जबरदस्त माल हो अंजली। दिल खुश हो गया।
ना तो माया को ना ही आनंद को ही मालूम हुआ कि अंजली ने तीन नहीं पांच लाख में अपने को बेच दिया है। आनंद और माया की चुदाई चलती रही, और अंजली ने केडिया को नंगा कर दिया। लंड बिल्कुल ढीला था।
अंजली ने ढीले-ढाले लंड को कुछ देर चूसा।
अंजली: दादा जी, तुमने कहा कि 15 साल से ही इस तरह औरतों को नंगा कर उन पर रुपया लूटा रहे हो। उससे पहले क्या करते थे?
केडिया ने अंजली की बूर में अंगुली पेला और अंदर-बाहर करने लगा।
केडिया: क्या आनंद, माया को ज़बरदस्त धक्का मार रहे हो, और तेरी घरवाली की चूत में मेरी अंगुली भी मुश्किल से अंदर बाहर हो रही है। बहुत ही टाईट चूत है रानी। बहुत अमीर लोग मेरे पास किसी अप्सरा जैसी, तुम्हारी जैसी खूबसूरत माल को चोदने के लिए आते हैं, लेकिन तुम्हारी जैसी माल मिलती कहां है। आनंद, तुम दोनों मेरे साथ दोस्ती रखो, रोज़ का लाखों कमाओगे।
अंजली ने केडिया को कुछ भी करने से मना नहीं किया। उसके बाद सोफ़ा पर आनंद खूब मस्ती से माया को चोदता रहा, और नीचे फ़्लोर पर केडिया ने अंजली को एक-एक अंग को चाटा, सहलाया। क़रीब एक घंटे की मस्ती के बाद केडिया ने अंजली की बूर को चूसना शुरु किया। कुछ ही मिनट गुज़रे और अंजली ज़ोर-ज़ोर से मस्ती की सिसकारी मारने लगी। अंजली सिर्फ़ दूसरों को सुनाने के लिए सिसकारी नहीं मार रही थी, अंजली को ऐसा मज़ा पहले कभी नहीं आया था। आनंद दूसरी बार झड़ गया, और उसने माया को बेतहाशा चूमा।
माया: आनंद साहब, फिर कहती हूं, आप से बढ़िया चुदाई कोई और नहीं कर सकता, भीमा भी नहीं।
केडिया: आनंद, अपनी घरवाली को लंड चुसाओ। अंजली, कुतिया बन जा। आनंद का लंड चूस, मैं तेरी बूर चाटूंगा। सच कहता हूं आनंद, तीन -चार हज़ार बूर को चोदा है, चाटा है, लेकिन तेरी घरवाली की बूर जैसा स्वाद किसी और का नहीं है। अंजली रानी, तू अभी रहेगी अपने घरवाले के साथ ही, लेकिन आज से अभी से तू मेरी है। मैं जब भी आऊंगा तुम्हें नंगा रहना पड़ेगा। चिंता मत कर तुम्हें मालामाल कर दूंगा।
अंजली बहुत ही ज़्यादा चुदासी हो गई थी।
अंजली: माल का मज़ा लोगे तो रुपया तो देना ही पड़ेगा। लेकिन अभी मेरी बूर में आग लगी है जल्दी से चोदो। जल्दी चोद हरामी का पिल्ला।
केडिया: आनंद, देख क्या रहे हो चोदो इस रंडी को। माया लंड को चूस कर टाईट कर।
माया: मुझे आनंद ने बहुत ही ज़्यादा थका दिया है। सुबह से दो बार चोद चूका है। मुझे नहीं लगता कि आनंद इतनी जल्दी तैयार होगा। शायद बल्लू बाग़ान में ही होगा। उसे बुला दूं?
अंजली चुदाई की भूख से परेशान हो रही थी।
अंजली: कुतिया मेरे घरवाले को तुमने चूस लिया, आनंद जल्दी से लंड को टाईट करो और चोदो। केडिया तुम ही क्यों नहीं लंड चूस कर टाईट करते हो?
केडिया पहले ही दोनों औरतों के सामने आनंद का लंड चूस चूका था। उसने आनंद से धीरे से कहा,
“तुम अभी अंजली को बल्लू से चुदवाने दो, आज रात ही अपनी छोटी बहू को तुमसे चुदवाऊ़गा और अंजली को भी दूसरों से चुदवायेंगे।”
आनंद: केडिया साहब, अभी सुबह से माया ने दो बार लंबी चुदवाया है। मैं थक चूका हूं। अभी मैं किसी को नहीं चोद सकता।
अंजली: नहीं चोद सकते हो तो बाहर जाओ और जो भी कुत्ता मिलता है उसे ले आओ। मुझे अभी चुदाई चाहिए।
केडिया: आनंद, बाहर जा कर बल्लू को बुला लो। पहले बल्लू चोदेगा और तब तक अगर तुम्हारा लंड भी तैयार हो गया तो अपनी कुतिया को तुम भी चोदना। जाओ बल्लू को बुला कर लाओ।
आनंद ने सिर्फ़ तौलिया लपेटा और बाहर चला गया। थोड़ी ही देर बाद वो बल्लू को लेकर आया।
आनंद: बल्लू, देख लो मेरी घरवाली कितनी गर्म है। साली को चोद-चोद कर ठंडा कर दो।
केडिया: आनंद, तुम अपनी कुतिया को लंड चुसाओ और बल्लू तू कुतिया को चोद। तू बोलता था ना कि हम तुम्हें सिर्फ़ बड़ी उम्र की औरतों को ही चोदने बोलते हैं। लो आज तुम्हें सबसे बढ़िया माल चोदने के लिए मिल रही है। जो इस कुतिया को ज़्यादा देर चोदेगा, उसे पचास हज़ार का इनाम तो मिलेगा ही, मेरी बड़ी बहू को भी चोदने का मौक़ा मिलेगा।
बल्लू ने पिछले दिन ही अंजली से कहा था कि 15 साल से ज़्यादा समय हो गया केडिया के साथ काम करते हुए। कभी उसकी बहु और बेटी को देखने का मौक़ा नहीं मिला था। लेकिन अंजली की ख़ूबसूरती ने केडिया को इतना पागल कर दिया था, कि वो अपनी दोनों बहुओं को आनंद और बल्लू से चुदवाने को तैयार हो गया।
जैसा केडिया ने कहा अंजली अपने पति का लंड चूसती रही, और बल्लू ने अंजली को चोदना शुरू किया। याद कीजिए, अंजली ने बल्लू को पिछले दिन भी चोदने का मौक़ा दिया था लेकिन वह बहुत जल्दी झड़ गया था। उस दिन फिर केडिया ने एक और लालच दे दिया था। क्या बल्लू दूसरे मौक़ा पर अंजली को संतुष्ट कर पायेगा?
अगला भाग पढ़े:- मेरी खूबसूरत पत्नी को अकेले रहना पसंद नहीं-11