हेलो दोस्तों, ये मेरी सच्ची सेक्स कहानी है। मेरी मां का नाम लता है। उनकी उम्र 35 साल है। फिगर भी कमाल का है, जिसे देख कर अच्छे-अच्छे मर्दों का लंड खड़ा हो जाता है। मेरी मां एक दुकान चलाती है, जिसपे लेडीज़ कपड़े मिलते हैं। इस साल हमारे गांव में चुनाव होता है, और हमारे गांव में कई लोग चुनाव में खड़े होते हैं। सब लोग अपने-अपने लिए वोट मांगने आते हैं, और सब सोचते हैं कि काश वो मेरी मां को चोद पाते।
दुकान पर बहुत सी लेडीज़ आती हैं, इसलिए एक उम्मीदवार जिसका नाम प्रदीप है मेरी मां की दुकान पर आता है। प्रदीप की उमर 45 साल के आस-पास की है। दिखने में हट्टा कट्टा आदमी है, रंग सांवला है, दुकान पर आकर मेरी मां से बोलता है कि-
प्रदीप: जो भी लेडिस तुम्हारी दुकान पर कपड़े सिलवाने आए, उसे हमें वोट देने को बोलना। उसके बदले हम तुम्हारे काम करवा देंगे, और कुछ पैसे भी देंगे।
मेरी मां झट से मन जाती है। क्योंकि पैसे तो मिलने ही थे, साथ-साथ प्रदीप का लंड भी मिल जाएगा। ये सोच कर वो खुशी-खुशी मान जाती हैं। धीरे-धीरे मेरी मां लेडीज़ से बोलती है कि प्रदीप जी को वोट दे। अगर वो जीत गए तो तुम्हारा ये काम करवा देंगे, वो काम करवा देंगे। ये सब सुन कर लेडीज़ मान जाती हैं कि प्रदीप को ही वोट देंगी। फिर चुनाव होता हैं। प्रदीप मेरी मम्मी के पास आता है, और उन्हें कुछ पैसे देता है।
वो बोलता है: तुमने बहुत मेहनत की, उसका इनाम है ये। और मेरा फोन नंबर भी ले लो, जब काम पड़े मुझे फोन कर देना। मैं करवा दूंगा।
उसकी बातें सुन कर मम्मी ने उसे हां बोल दिया, और पैसे ले लिए। मन ही मन मम्मी खुश हो रही थी, कि नंबर मिल गया था, तो अब बात करूंगी, और जल्दी ही प्रदीप का लंड उनकी चूत में जाएगा। प्रदीप जी चुनाव जीत जाते हैं, और धूम-धाम से रैली निकालते हैं। उसके बाद मेरी मां से कहते हैं कि-
प्रदीप: सब के लिए मैंने छोटी से पार्टी रखी है। तुम भी आ जाना।
मम्मी मना कर देती है: नहीं मैं नहीं आऊंगी, बहुत सारे लोग होंगे। मुझे अलग से पार्टी दे देना।
यह सुन कर प्रधान जी खुश हो जाते हैं और मम्मी भी खुश हो जाती हैं, कि अब अकेले में टाइम मिलेगा। कुछ दिन बाद प्रधान जी मेरी मम्मी को होटल ले जाते हैं। मैं भी मम्मी के साथ जाता हूं। दोनों खाना खाते हैं। मेरी मम्मी एक टक लगा कर प्रधान जी का लंड देख रही थी। प्रधान जी ने ये नोटिस कर लिया और जान-बूझ कर अपने लंड पर हाथ फेरने लगे।
मम्मी की चूत में खुजली होने लगी थी। वो अब बिना चुदे नहीं रह सकती थी, लेकिन वो ये सामने से बोल भी नहीं सकती थी कि मुझे चुदना है। मम्मी थकान का बहाना बनाती है और कहती हैं उन्हें आराम करना था। प्रधान जी होटल में एक कमरा ले लेते हैं। दोनों खाने के बाद सो जाते हैं। मैं भी वहीं बिस्तर पर मम्मी की साइड में सोने का बहाना करके लेट जाता हूं।
मम्मी नींद का बहना करते हुए प्रधान जी के पास चली जाती है, और उनके लंड पर हाथ रख देती हैं। प्रधान जी की नींद खुल जाती है, और वो समझ जाते हैं कि मेरी मम्मी चुदना चाह रही थी। प्रधान जी जरा सी देरी ना करते हुए अपना हाथ मेरी मम्मी के सीने पर रख देते हैं। मेरी मम्मी चौंक जाती है, और मन ही मन खुश भी होती है।
थोड़ी देर बाद प्रधान जी ओर पास खिसक आते हैं, और मेरी मम्मी से सट जाते हैं। मेरी मम्मी की सांसे तेज हो जाती हैं। प्रधान जी अपना लंड मम्मी के हाथ के करीब कर देते हैं। मम्मी उनका लंड पैंट के बाहर से ही महसूस कर पा रही थी। धीरे से मम्मी मेरी साइड देखती है कि मैं उठ तो नहीं गया। इतने में प्रधान जी मम्मी के दूध को हल्के हाथों से दबा देते हैं, और मम्मी भी उनका लंड भींच लेती हैं।
अब दोनों को सिग्नल मिल चुका था। प्रधान जी धीरे से मेरी मम्मी के ब्लाउस में हाथ डाल देते हैं, और मम्मी के दूध सहलाने लगते हैं। मम्मी थोड़ी देर के लिए एक-दम सुन्न हो जाती हैं। फिर बो पलट कर मेरी तरफ अपना मुंह और प्रधान जी की तरफ अपनी गांड करके सोने का बहाना करती हैं। प्रधान जी इस मौके का फायदा उठा कर मम्मी की गांड के पास अपना लंड ले आते हैं।
अब मेरी मम्मी की चूत पानी छोड़ने लगी थी। उनसे रहा नहीं जा रहा था। मम्मी भी अपनी गांड और उभार कर प्रधान जी की तरफ कर देती हैं। प्रधान जी के लिए एक दम लाइन क्लियर थी। वो झट से अपना लंड पैंट में ही सीधा करके ऊपर-ऊपर से मम्मी की गांड में चुभा देते हैं। मेरी मम्मी एक-दम से उनका हाथ पकड़ लेती है। फिर मेरी तरफ देखती हैं और कहती है-
मम्मी: ये उठ जाएगा।
प्रधान जी कहते हैं: नहीं उठेगा, गहरी नींद में है।
मेरी मम्मी मुझे हिलाती हैं, पर मैं सोने का नाटक करता रहता हूं। मेरी मम्मी निश्चिंत हो जाती है, और प्रधान जी की तरफ पलट जाती हैं, और उनकी आंखो में देखने लगती हैं। प्रधान जी झट से मम्मी के होंठो को चूमने लगते हैं। मेरी मम्मी की चूत अब और गीली होती जा रही थी। प्रधान जी का लंड लेने के लिए वो तड़प रही थी। किस्स करते-करते प्रधान जी मम्मी का ब्लाउस उतर देते हैं, और उनके दूध मसलने लगते हैं।
मेरी मम्मी जैसे पागल हो जाती हैं, और जोर-जोर से प्रधान जी को किस्स करने लगती हैं, और अपना हाथ प्रधान जी की पैंट में डाल देती हैं। वो उनका लंड पकड़ कर हिलने लगती हैं। प्रधान जी अपना पैंट उतर देते हैं, और उनका 7 इंच लंबा लंड बाहर की तरफ झूलने लगता है। मम्मी इतना बड़ा लंड देख कर सब्र नहीं कर पा रही थी, और वो जल्दी से लंड को अपने मुंह में लपक लेती हैं, और उम्झ्हह अहह्ह जैसी आवाजे करके उसे चूसने लगती हैं।
प्रधान जी का लंड एक-दम कड़क हो जाता है। प्रधान जी मम्मी की साड़ी खोल देते हैं, और उन्हें नंगा कर देते हैं, और फिर उनके मुंह में लंड दोबारा डाल देते हैं।
वो बोलते हैं: चूस रंडी, अच्छे से चूस, पूरा रस निचोड़ दे।
मेरी मम्मी बोलती हैं: ऐसा लंड मिले तो मैं दिन भर चूसूं इसे। मेरे मुंह को अपने रस से भर दो मेरे राजा।
प्रधान जी बोले: बहुत दिनों से देख रहा हूं तुझे। आज तेरी सारी प्यास मिटा दूंगा।
मम्मी बोलती हैं: मैं भी कब से आपसे चुदना चाह रही थी। आज मेरी ये इच्छा पूरी हो जाएगी, आपका लंड मेरी चूत में जाएगा तब।
प्रधान जी कहते हैं: पहले चूस अच्छे से। उसके बाद चोदूंगा तुझे। इतनी जल्दी क्या है?
मम्मी मेरी तरफ इशारा करके बोलती है: ये उठ जाएगा।
प्रधान जी बोलते हैं: उठ जाने दे, उसे भी पता चलेगा उसकी मां कितनी बड़ी रंडी है। कैसे मेरे लंड के लिए लार टपका रही है।
मम्मी लंड को जोर-जोर से चूसने लगती हैं, और लंड को अपने गले तक ले जाती हैं। प्रधान जी के मुंह से आह करके सिसकी निकली। फिर प्रधान जी मेरी मम्मी की चूत के पास आते हैं, और बोलते है: ऐसी चिकनी चूत बहुत दिनों में देखने मिली है। मन कर रहा इसे खा जाऊं।
मम्मी बोलती है: खा जाओ, आज सब तुम्हारा है।
प्रधान जी मम्मी की चूत चाटने लगते हैं। मेरी मम्मी के मुंह से सिसकारियां निकलने लगती हैं, और वो बोलती है-
मम्मी: अहह्ह उम्ह्ह चूसो, अंदर तक चूसो। मेरा सारा पानी निकल दो, चूसो अहह्ह।
प्रधान जी चूसते रहते हैं। फिर मेरी मम्मी कहती हैं: अब और मत तड़पाओ आप, मेरी चूत में अपना लंड डाल दो, और मेरी प्यास बुझा दो। कब से तड़प रही हूं, अब सहन नहीं होगा।
प्रधान जी ये सुन कर अपने लंड पर थूक लगाते हैं, और मम्मी की चूत के ऊपर सेट करते हैं। मम्मी की मुंह से अहह्ह निकल जाती है, और पूरे शरीर में बिजली सी दौड़ जाती है। प्रधान जी धीरे से एक धक्का देते हैं, और अपना लंड मम्मी की चूत में डाल देते हैं। लंड डालते ही मम्मी की चूत फैलने लगती है, और वो हल्की-हल्की सिसकारियां लेने लगती हैं।
प्रधान जी एक धक्का और लगाते हैं, और उनका पूरा लंड मेरी मम्मी की चूत में समा जाता है। मम्मी उनकी पीठ पर नाखून गड़ा देती हैं, और अपने दोनों पैर उनकी कमर में फंसा देती हैं। प्रधान जी लंड चूत में डाल कर मम्मी को किस करने लगते हैं, और हल्के-हल्के धक्के लगाने लगते हैं। मम्मी की चूत में लंड अंदर-बाहर हो रहा था, और उनकी चूत को सुकून दे रहा था। मम्मी भी अपनी कमर उठा-उठा कर लंड को अन्दर ले रही थी। कुछ देर ऐसे ही चुदने के बाद मम्मी बोलती है-
मम्मी: तेज़ चोदो थोड़ा।
प्रधान जी जोश में आ जाते हैं, और जोर-जोर से अपना लंड मम्मी की चूत में ठोकने लगते हैं।
मम्मी सिसकारियां लिए जा रही थी: जोर से चोदो, मेरी चूत को फाड़ दो। आज मेरी चूत का भोंसड़ा बना दो अहह्ह उम्ह्ह। और अंदर डालो, उई अहह्ह, चोदो पूरी ताकत से।
मेरी मम्मी की ये बातें सुन कर प्रधान जी जोश में आ जाते हैं, और मेरी मम्मी की चूत को और जोर से चोदने लगते हैं।
प्रधान जी: चुद रंडी, अच्छे से चुद। क्या मस्त चूत है तेरी, एक-दम गीली। पूरा लंड ले, आज तो तेरी चूत फाड़ के ही दम लूंगा।
और वो मम्मी की चूत चोदते रहते हैं। मम्मी भी चुदाई का पूरा मजा लें रही थी। लंड उनकी चूत के एंड तक जा रहा था, और ओर वो मीठा दर्द झेल रहीं थी। वो गर्दन नीचे करके देख रही थीं कि लंड कितनी स्पीड से उनकी चूत को चोद रहा था। वो इस समय को कभी खत्म नहीं होने देना चाहती थी। वो प्रधान जी के लंड से पूरी शिद्दत से चुदवा रही थी, और बोली-
मम्मी: मैं आपकी रंडी हूं, रखैल हूं आपकी, मुझे अपनी रंडी की तरह चोदो। कोई दया मत दिखाओ मेरी चूत पर उझ्हह अहह्ह, बहुत मजा आ रहा है आपके लंड से चुदवाने में। मेरी चूत में से अपना लंड मत निकालिएगा। हमेशा ऐसे ही रखना। मैं हमेशा आपसे चुदना चाहती हूं। चोदो अहह्ह, और जोर से अहह्ह। भर दो मेरी चूत की अपने बीज से। मेरी चूत में अपना माल छोड़ कर मुझे अपना बना लो। चोदो आज, ये चूत आपकी है।
इतने में मेरी नींद खुलने का मैं नाटक करता हूं, और उठ के बैठ जाता हूं, और उनकी तरफ देखने लगता हूं। दोनों एक-दम नंगे थे। प्रधान जी का लंड मेरी मां की चूत में था, और मेरी मां चुदाई के मजे ले रही थी। मुझे जगा देख कर वो चौंक जाती है, पर चूत में लंड होने के कारण वो अपने आपको रोक नहीं पाती।
वो बोलती हैं: सो जाओ बेटा, अंकल जी मेरी मालिश कर रहे हैं। मुझे थकान हो गई थी।
तो प्रधान जी बोलते हैं: हां जल्दी सो जाओ बाहर। अगर सो गए तो जो बोलोगे वो दिलाऊंगा।
मैं वापिस से सोने का नाटक करने लगता हूं, और प्रधान जी और मेरी मम्मी अपनी चुदाई चालू रखते हैं। करीब 20 मिनट मम्मी की चूत चोदने के बाद प्रधान जी कहते हैं-
प्रधान जी: मेरा निकलने वाला है। अहह्ह मेरा छूटने वाला हैं।
मम्मी कहती हैं: बाहर मत निकालना, अंदर ही मेरी चूत में निकालो, और भर दो इसे अपने गाढ़े बीज से। चूत आपसे चुदवा रही हूं, तो ये आपकी है। पर बाहर मत निकालना, मुझे आपका बीज चाहिए।
प्रधान जी कहते हैं: रंडी तेरी चूत में ही निकलूंगा (और हांफते हुए अपना लंड बाहर निकाल लेते हैं)।
फिर कहते हैं: घोड़ी बन जा। अब घोड़ी बना के चोदूंगा।
मेरी मम्मी जल्दी से अपनी गांड ऊपर उठा कर घोड़ी की पोजिशन में आ जाती है, और प्रधान जी का लंड पकड़ कर चूत के मुंह पर रख देती हैं। प्रधान जी धक्का लगाते हैं, और एक झटके में लंड चूत में समा जाता है।
प्रधान जी: तेरी चूत तो बहुत गीली है। एक बार में ही लंड अंदर चला गया।
मम्मी सिसकारी लेते हुए बोलती हैं: आह, जब ऐसे चोदोगे तो क्या होगा? अहह्ह उम्ह्ह आपके लिए मेरी चूत काफी दिनों से गीली थी। आज अहह्ह और तेज चोदो, मेरा सारा पानी निकाल दो। मेरी चूत को हमेंशा के लिए अपना बना लो। चोदो आज, जी भर के चोदो। अहह्ह उम्ह्ह चोदो अहह्ह।
प्रधान जी जोर-जोर से झटके लगाने लगते हैं, और अहह्ह की आवाज निकाल कर मम्मी के ऊपर गिर पड़ते हैं। मम्मी की चूत में प्रधान जी की गरम-गरम माल गिरता है, और उनकी चूत पूरी उनके माल से भर जाती है।
मम्मी: लंड बाहर मत निकालना प्लीज, इसे ही डाला रहने दो।
प्रधान जी जोर-जोर से सांस लेते हैं, और कहते हैं: लता तेरी चूत बहुत मस्त है। ऐसी चूत पहली बार मारी है।
मम्मी कहती हैं: आपके लिए ही है ये। अब जब मन कर तब चोद लेना, मैं भी आपके लंड के लिए कब से तरस रही थी।
प्रधान जी मुस्कुराते हुए कहते हैं: बोल देती, मुझे इतना वेट नहीं करना पड़ता।
मम्मी कहती हैं: इंतेज़ार का फल मीठा होता हैं। आपने जैसे मेरी चूत मारी, वैसा मजा आज तक कभी नहीं आया।
प्रधान जी का माल मम्मी की चूत से बाहर आ रहा था।
मम्मी बोलती हैं: ये माल बाहर नहीं बहना चाहिए, पूरे पर मेरा हक है।
प्रधान जी कहते हैं: रुक जा, तुझे इतना चोदूंगा कि तुझे अपने माल से नहला दूंगा।
मम्मी कहती हैं: चोदो, किसने मना किया है? चूत आपके लिए ही है। जितना चोदना है चोदो।
और ऐसे ही लंड चूत में डाल के प्रधान जी और मम्मी सो जाते हैं।