हेलो दोस्तों, मेरा नाम अभिषेक है और मैं राजस्थान का रहने वाला हूं। ये मेरी भाभी की चुदाई कहानी है। भाभी मुझसे 10 साल बड़ी है। अब सीधा कहानी पर आता हूं।
हमारी पहले बिलकुल भी बात नहीं होती थी। फिर एक दिन ऐसे ही उनका मैसेज आया और पूछा कि कैसे हो।
मैंने कहा: ठीक हूं, आप बताओ आप कैसी हो?
पता नहीं, उन्होंने मेरे मैसेज का जवाब नहीं दिया। मैंने फिर थोड़ी देर बाद वापिस मैसेज किया, तो उन्होंने मैसेज देख के छोड़ दिया, और कोई जवाब नहीं दिया। ऐसे ही 6 दिन निकल गए। फिर मैंने ही उनको हाय का मैसेज किया। उनका जवाब आया, और फिर हमारी नॉर्मल बात-चीत हुई।
फिर मैंने बोला: ठीक है, कोई काम हो तो बता देना। मैं बाद में करता हू।
तो उन्होंने बोला: क्या बताए, बस अब तो जिंदगी कट रही है जैसे-तैसे।
तो मैंने पूछा: क्या हुआ?
तो उन्होंने बोला: क्या बताऊं अब आपको? बता के भी क्या हो जायेगा? क्योंकि कुछ जरूरत होती है, वो पूरी नहीं हो रही है।
तो फिर मैंने जिद करके पूछा कि बताओ क्या बात है?
तो उन्होंने कहा: कुछ बाते बताने की नहीं होती है। बस समझनी पड़ती है।
लेकिन मुझे उनके मुंह से सुनना था, तो मैंने कह दिया: अगर नहीं बताना चाहती हो तो कोई बात नहीं है। क्या पता आपकी समस्या का समाधान हो जाए।
तो उन्होंने कहा: अब आप खुद ही समझ जाओ, एक औरत की जो जरूरत होती है, वो।
तो मैंने पूछा: क्यों क्या हुआ, भैया करते नहीं है क्या पूरी?
तो बातों-बातों में उन्होंने कहा: अब वो बात नहीं है भैया में। वो तो 5 मिनट करके सो जाते है। फिर मैं तड़पती रहती हूं।
ऐसे बातों-बातों में हम एक-दम खुल गए थे एक-दूसरे से। अब बस मिलने का मौका ढूंढ रहे थे।
फिर एक दिन भाभी का फोन आया: घर पर आ जाओ, कोई नहीं है।
तो मैं भाभी के घर पर गया। जाते ही वो मेरे लिए पानी लेके आई। उन्होंने एक ब्लू कलर का गाउन पहन रखा था, जिसमें वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी। पानी पीने के बाद उन्होंने चाय का पूछा, तो मैंने मना कर दिया। फिर मैं उनके लिए एक चॉकलेट लेके गया था, वो उनको दी, तो वो बहुत खुश हुई और बोली-
भाभी: कभी दी ही नहीं आपके भैया ने तो।
फिर मैंने उनको गले से लगा लिया। वो भी कस के सीने से लग गई। धीरे-धीरे एक-दम गरम होने लगी। मैं उनकी चूंचियों को दबाने लगा, और धीरे-धीरे मसलने लगा उनकी चूंचियों को। वो भी पूरा मजा लेने लगी और ओह आह आह करने लगी। मैंने जैसे ही गाउन के ऊपर से उनकी चूत पर हाथ रखा, वो एक-दम गर्म हो गई और बोली-
भाभी: अब जल्दी से लंड डाल दो, बहुत मन कर रहा है लंड लेने का। सीधा लंड ही डाल दो।
अब उनकी ये बात सुन के मैंने उनको लिटा लिया, और उनकी चूत को हाथ से रगड़ने लगा। उनकी चूत पर पानी आ गया था। मैंने हाथ से वो पानी साफ किया और किस्स किया उनकी चूत पर। जैसे ही मैंने किस्स किया, वो एक-दम गर्म हो गई, और बोलने लगी-
भाभी: प्यार से करो।
मैंने चूत को चाटने लगा तो वो एक-दम ही पागल सी हो गई, और जोर-जोर से बोलने लगी-
भाभी: हां मेरी जान, चाटो मेरी चूत को, जोर-जोर से चाटो। खा जाओ मेरी चूत को। पूरी चूत को जोर-जोर से चाटो।
मैं चूत को जोर-जोर से चाटने लगा, और चूत के होंठों को मेरे मुंह में पकड़ लिया, और जोर-जोर से चूसने लगा। फिर उन्होंने मेरे सर को अपने दोनों हाथों से अपनी चूत के ऊपर दबा लिया, और मैं उनकी चूत को जोर से चूस रहा था एक-दम।
फिर वो बोली: अब रहा नहीं जा रहा है। जल्दी से चोद लो मुझे।
मैं फिर उनकी चूत पर लंड रख कर रगड़ने लगा। उनको भी बहुत मजा आने लगा। वो जोर-जोर से आह आह ओह ओह ओह करने लगी, और मेरे होठों को चूसने लगी जोर-जोर से। मैंने जैसे ही चूत में लंड डाला, वो एक-दम कस के मुझसे चिपक गई और बोली-
भाभी: थोड़ी देर ऐसे ही चूत में रहने दो लंड को।
थोड़ी देर बाद बोली: अब चोदो मुझे, जोर-जोर से चोदो। एक-दम कस के मेरी चूत को चोदो।
मैंने जोर से एक झटका मारा, तो मुझे बोली: हां मेरी जान, ऐसे ही जोर-जोर से चोद लो मुझे। मेरी चूत का पानी निकाल दो मुझे चोद के। बहुत अच्छा लग रहा है।
मैंने भी जोर-जोर से झटके लगाए। वो भी पूरा मजा ले रही थी। मैं जोर-जोर से झटके लगा रहा था उनकी चूत में।
तो वो बोली: बहुत मजा आ रहा है। ऐसे ही चोदते रहो।
थोड़ी देर बाद वो बोली: मेरा होने वाला है।
मैंने कहा: मेरा भी होने वाला है, पानी कहां निकालूं?
तो उन्होंने कहा: मेरी चूत में ही निकाल दो पानी। भर दो अपने पानी से मेरी प्यासी चूत को।
फिर मैंने पानी भाभी की चूत में ही निकाल दिया। अब हम दोनों शांत हो चुके थे, और वैसे ही एक-दूसरे के गले लग कर नंगे ही लेते रहे। कुछ देर बाद भाभी ने फिर से मुझे चूमना शुरू कर दिया। चूमते हुए वो मेरे लंड तक चली गई, और उसको हाथ में लेके सहलाने लगी।
उनका हाथ लगते ही मेरे लंड में फिर से तनाव आने लगा, और मेरा लंड खड़ा हो गया। फिर भाभी ने लंड मुंह में ले लिया, और उसको चूसने लग गई। फिर वो मेरे ऊपर आई, और लंड चूत में लेके ऊपर उछलने लगी। मैं भी उनके चूतड़ पकड़ कर नीचे से धक्के देने लगा।
क्या मजा आ रहा था। भाभी की गरम चूत और उछलते हुए बूब्स मुझे स्वर्ग का मजा दे रहे थे। 15 मिनट की चुदाई के बाद भाभी फिर से झड़ गई। मैं भी उनके साथ ही उनकी चूत में झड़ गया। फिर वो मुझ पर लेट गई, और हम दोनों काफी देर एक-दूसरे के होंठ चूसते रहे। उसके बाद हम बहुत बार मिल लिए, और बहुत बार भाभी को चोदा मैंने।
तो दोस्तों कैसी लगी मेरी भाभी की चुदाई कहानी? अगर किसी भाभी को मुझमें इंट्रेस्ट हो, और वो एक-दम वाइल्ड सेक्स करना चाहती हो, तो मुझे मेल करे।