प्यासी स्कूल मैडम की चुदाई

दोस्तों, भाभियों और प्यारी आंटियों मेरी सभी कहानियों को इतना प्यार देने के लिए थैंक्यू। कोई भी भाभी या आंटी बात करना चाहती है तो कमेंट करे। यह कहानी मेरी आज तक की सबसे स्पेशल कहानी हैं। मैंने आज तक जो भी लिखा है, दिल से लिखा है।

तो मैं एक स्कूल मैं जॉब करता हूं। मुझे हैल्थी और मोटी भाभी-आंटी बहुत पसंद हैं। दोस्तों 2 महीने से इस मोटे लंड को कोई चूत नहीं मिली थी। बस अपने हाथों से काम चला रहा था। मैं सुबह सिटी से बस में गांव की ओर जाया करता था। यहां पोस्टिंग हुए कुछ ही दिन हुए थे। अभी ज़्यादा लोगों को जानता नहीं था। लेकिन सुबह-सुबह काफ़ी मैडम भी बस में जाती थी।

दिखने में मैं अच्छा लगता हूं तो काफ़ी मैडम हाई हेलो कर लेती थी। दोस्तों मुझे मोटी भाभियां बहुत पसन्द है। मुझे मोटे-मोटे चूतड़ मारने में बहुत मज़ा आता है। बस में एक मैडम जाती थी दोस्तों।‌ क्या बताऊं उनके बूब्स 40″ के होंगे और गांड आह।

वो मुझसे बात भी करती थी कभी-कभी। एक दिन जब मैं बस में आया तो उन्होंने आवाज़ लगाई, “सर यहां आ जाइए।” प्राइवेट बस की सीट काफ़ी छोटी होती है, और हम तीन लोग बैठे थे। उनके बूब्स इतने‌ बढ़े थे, कि मेरी कोहनी उनके बूब्स पर लग रही थी। उन्होंने भी कुछ नहीं बोला।

मैं आपको बताना भूल गया उनकी उमर 38 साल थी। उनका नाम सरिता था। हमारी बातें चलती रही। जैसे ही ब्रेकर आता, वो मेरी तरफ़ झुक जाती। क्या मज़ा आया। शायद उनको भी मज़े आ रहे थे।

उनका स्कूल मेरे स्कूल से पहले आता था। जैसे ही वो खड़ी हुई और जाने लगी, उनकी प्यारी मोटी गांड मैं भूल नहीं सकता। मन कर रहा था अभी नंगी करके गांड और चूत चाट लूं।

मैंने उनकी गांड को हाथ से दबाया। उन्होंने पीछे देखा और स्माइल दी। अब रोज़ सुबह वो मेरे लिए सीट रखती। अब उन्हें भी मज़े आने लगे थे। मैं बातों-बातों में उनके बूब्स पर हाथ रख देता, वो कुछ नहीं बोलती थी। एक दिन शनिवार को हाफ डे था।

उन्होंने बोला: चलो मूवी देखने चलते हैं।

हम फिर मूवी देखने चले गए। मेरी क़िस्मत एनिमल मूवी लगी हुई थी। हम दोनों मूवी देखने लगे। मैंने उनका हाथ पकड़ लिया। वो भी मेरी तरफ़ चिपक कर बैठ गई। धीरे-धीरे मूवी में किस्स सीन आये। उन्होंने मुझे गाल पर एक किस दिया। मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया।

मैंने पहली बार उनके बूब्स दबाए। इतने मोटे बूब्स कभी नहीं दबाए थे। मैंने उन्हें होंठों पर किस किया। वो मदहोश होने लगी। वो भी मेरा पूरा साथ देने लगी। मैंने उनका हाथ अपने लंड पर रखा। वो हाथ सहलाने लगी। वो काफ़ी खुश लग रही थी‌।

फिर मैंने उनकी लेगिंग्स के अंदर हाथ डाल के चूत में उंगली डाली। वो पूरी गीली थी, और झड़ चुकी थी। इतने में वो खड़े होके बाहर जाने लगी। मुझे लगा शायद उनको कुछ बुरा लगा। मैं भी मूवी हॉल से बाहर आया तो उन्होंने मुझे सॉरी बोला-

वो बोली: आप मुझसे बहुत छोटे हो। मुझे आप बहुत अच्छे लगते हो। पर यह सब कैसे कर सकती हूं आपके साथ?

मैंने उनको हग किया और हमने कॉफी पी।

फिर मैंने बोला: अब हम मेरे फ्लैट पर चल कर बातें करते है।

वो मान गई। जैसे ही हम घर आए, मैंने उसे पकड़ लिया, और किस करने लगा। वो भी पागल हो गई, और किस करने लगी।

उन्होंने मुझे बताया: जब से मेरे दूसरा बेबी हुआ है, मेरे पति ने कभी मेरी चुदाई नहीं की। उसका लंड बहुत छोटा है। वो बोलते है अंदर नहीं जा पाएगा। मैं बहुत प्यासी हूं। 5 साल से मेरी चूत ने लंड नहीं देखा। राजा मेरी प्यास बुझा दो ना।

सबसे पहले मैंने उनकी ब्रा उतार दी, और उनके मोटे बूब्स लटकने लगे। मैं उनके बूब्स पर टूट पड़ा, और 30 मिनट उनके बूब्स चूसे। अब वो भी पागल सी हो रही थी।

मैंने बोला: रंडी, अब मेरा लंड चूस।

रंडी शब्द सुन के वो रंडी जैसे लंड चूसने लगी। ऐसे लंड मेरा किसी ने नहीं चूसा था। उसके बाद उन्होंने मेरी गोलियां भी चूसी।

उसके बाद मैंने उन्हें घोड़ी बनने को कहां। उन्हें लगा मैं उनकी चूत मारूंगा, पर आपको पता है गांड मारनी कितनी ज़रूरी है। उनकी गांड बहुत टाइट थी। थोड़ा सा लंड जाते ही बोली-

वो: प्लीज़, गांड मत मारो। कभी नहीं मरवाई। और तुम्हारा लंड भी इतना मोटा है। प्लीज़ मत मारो।

मैंने बोला: एक बार मरवाओ जानू, मज़ा ना आया तो बताना।

मैंने थोड़ा तेल लगा के लंड डाला। वो चिल्लाने लगी। गांड बहुत मोटी थी। काफ़ी लंड तो बाहर ही था। मैंने ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारे। उसे भी मज़े आने लगे। 25 मिनट की चुदाई के बाद मैं झड़ गया। वो बहुत खुश‌ थी, और मेरा लंड मुंह में लेके चूसने लगी और बोली-

वो: मेरी चूत को भी शान्त कर दो।

5 मिनट बाद लंड फिर से तन गया, और मैंने उसे नीचे लिटा लिया, और उसकी चूत चाटने लगा। उसके पति ने कभी उसकी चूत नहीं चाटी थी। जैसे ही मैंने अपने जीभ उसकी चूत में डाली, वो इतनी खुश थी जैसे सब मिल गया हो। 5 मिनट के बाद उसका पानी निकल गया और बोलने लगी-

वो: इतना सुख कभी नहीं मिला। मैं हमेशा तुम्हारी रंडी बन के रहूंगी।

मैंने बोला: जान अभी तो चुदाई की ही नहीं।

जैसे ही मैंने लंड चूत मैं डाला, वो पागल सी होने लगी। जैसे-जैसे मैंने धक्के मारे, वो मुझे पति बोलने लगी। हमारी चुदाई चलती रही। 2 बार पानी निकल चुका था उसका। 30 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना लंड उसके मुंह में दिया। वो मेरा पूरा माल पी गई।

फिर वो मेरे गले लग कर सो गयी। 3 बजे जब वो जाने लगी, तो उसकी मोटी गांड देख कर लंड फिर तन गया। उस दिन उसकी 3 बार चुदाई की। वो बहुत प्यासी थी। अब हम हर हफ़्ते चुदाई करते हैं।

अब वो मुझे पति की तरह सुख देती हैं। पिछले महीने हम 2 दिन के लिए मनाली भी गए। वहां भी हमने खूब मजे किए।

आपको मेरी भाभी की चुदाई वाली स्टोरी कैसे लगी जरूर बताना। आपके विचार जान कर मुझे खुशी होगी।