चित्रा और मैं-10

पिछला भाग पढ़े:- चित्रा और मैं-9

मेरी हिंदी सेक्स कहानी का अगला पार्ट शुरू करने जा रहा हूं-

बहुत याद आ रही थी चित्रा की। सुबह-सुबह नहा कर तौलिया लपेटे गुसलखाने से निकला ही था, कि पापा को मम्मी से कहते हुए सुना, “चित्रा के तो यहां रह कर बड़े अच्छे नंबर आ गये, और अपने राज ने भी लगता है उस लड़की की देखा-देखी पढ़ाई की ही होगी। क्योंकि वह भी ठीक-ठाक नंबर ले आया है।”

मम्मी का जवाब था, “असल में मुझे तो लगता है कि दोनों लगभग हम-उम्र हैं, तो घर ही में आपस में बातें करने के लिए कोई है, और तभी बाहर मटरगश्ती करना कम हो गया। ज़ाहिर है, पढ़ाई के लिए ज़्यादा टाइम मिलता होगा।”

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