बेटे के साथ मिल कर मां को चोदा-2

पिछला भाग पढ़े:- बेटे के साथ मिल कर मां को चोदा-1

हैलो दोस्तों, मैं विक्रम अपनी साली की चुदाई कहानी का अगला पार्ट लेके आया हूं। उम्मीद है आप सब ने मेरी सेक्स कहानी का पिछला पार्ट पढ़ा होगा, और आप सब को पसंद भी आया होगा। जिन्होंने भी अभी तक पिछला पार्ट नहीं पढ़ा है, वो कृपया उसको पढ़ ले।

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था कि कैसे मैं सालों से अपनी साली की चुदाई करने के लिए तड़प रहा था। फिर उसका पति मर गया, तो सालों बाद मेरी उम्मीद फिर से जाग उठी। फिर एक दिन साली के बेटे चिंकू को रंडी चोदते पकड़ा, तो उसने मुझे अपनी मां की चूत में उंगली करने की विडियोज दी। वो खुद भी अपना मां को चोदने चाहता था। उसने विडियोज मुझे इसी शर्त पर दी थी कि मैं उसकी मदद करूंगा उसकी मां चोदने में। अब आगे-

आज मेरे पास अपनी साली की वो विडियोज थी। सच बताऊं तो ये विडियोज नहीं थी, ये एक मौका था जिससे मैं अपनी साली को चोद सकता था। उसी दिन मैंने शाम को व्हाट्सएप पर मैसेज किया अपनी साली को, और उससे हाल-चाल पूछा। फिर हमारी नॉर्मल बातें हुई। मैं कोई जल्दी नहीं करना चाहता था। मैं ये नहीं चाहता था कि इतने सालों के इंतेज़ार के बाद मैं उसको ब्लैकमेल करूं, या उसके साथ जबरदस्ती करूं।

फिर मैंने रोज अपनी साली को मैसेज करके बातें करनी शुरू कर दी। वो भी खुश होके मुझसे बातें करती थी। फिर एक दिन मैंने उसको झूठ बोला कि मुझे उसके घर के पास कोई काम था। उसने मुझे कहा कि अगर मैं उसके घर तक आने ही वाला था तो घर पर होके भी जाऊं। और यहीं मैं सुनना चाहता था।

फिर मैं तैयार हो कर उसके घर गया। साली ने आज काले रंग की साड़ी पहनी थी। क्या बताऊं दोस्तों एक-दम तबाही लग रही थी। हम दोनों उसके घर के हॉल में बैठे थे, और बातें कर रहे थे। बातें करते हुए मैं उसके बदन को ताड़े जा रहा था। फिर वो चाय बनाने रसोई में गई। जब वो जा रही थी, तो मेरी नज़र उसके चूतड़ों पर थी। दिल तो कर रहा था अभी जाके काट लूं, लेकिन अभी सही वक्त नहीं आया था।

जब वो चाय देने झुकी, तो मुझे उसकी क्लीवेज दिखने लगी। क्या मस्त क्लीवेज थी। उसको देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया। फिर वो जब अपनी चाय का कप लेके दूसरे सोफे पर जाने लगी, तो मैंने उसको मेरे पास आके बैठने को कहा। उसने मेरी बात मान ली, और मेरे पास आके बैठ गई। उसके साथ बैठते ही मुझे उसके जिस्म की गर्मी महसूस होने लग गई।

दिल तो किया कि अभी उस पर कूद पड़ूं। लेकिन खुद पर कंट्रोल किया। फिर मैंने बात शुरू की-

मैं: बड़ा अजीब लगता है ना जब हमारा कोई अपना हमें छोड़ कर चला जाता है?

साली: जी, वो तो है। अब चिंकू बाहर जाता है तो घर खाली लगता है। वैसे खाली तो पहले भी होता था, लेकिन इंतेज़ार होता था शाम को उनके आने का। लेकिन अब वो उम्मीद नहीं रही।

मैं: पति पत्नी का रिश्ता ही कुछ ऐसा होता है। वो प्यार जो आपका पति या पत्नी आपको देते है, वो कोई नहीं दे सकता (ये बोल कर मैंने अपना हाथ उसकी जांघ पर रख दिया। मैंने देखा मेरे ऐसा करने से वो थोड़ी अनकंफर्टेबल हो गई।)

साली: हां जीजू ये तो है।

मैं: वैसे अगर तुम चाहो तो मैं…।

और ये बोल कर मैंने उसकी जांघ को दबा दिया। मेरे ऐसा करने से उसके चेहरे के भाव बदल गए। फिर वो बोली-

साली: जीजू मैं आपकी साली हूं। आप मेरे भाई जैसे हो। और वैसे भी मैं उनसे बहुत प्यार करती हूं। मेरे जिस्म में इतनी आग नहीं लगी हुई है, कि उनके जाने के बाद मैं किसी और से संबंध बनाऊं।

ये बोल कर वो खड़ी हो कर जाने लगी। लेकिन मैं भी खड़ा हो गया, और उसका हाथ पकड़ कर उसको रोक लिया।

वो बोली: जीजू मैंने सोचा नहीं था कि आप मेरे बारे में ऐसा सोचते होगे। छ! आप भी दूसरे मर्दों की तरह हो।

मैं: जब पूरा सच ना पता हो, तब कुछ भी बोलने से पहले सोच लेना चाहिए। ये कोई हवस नहीं है, ये तुम्हारे लिए मेरा प्यार है, जो आज से नहीं है, बल्कि पहले दिन से है।

साली: क्या मतलब?

मैं: पहले बैठो यहां।

वो बैठ गई।

फिर मैंने कहा: तुम्हें याद है वो दिन जब मैं तुम्हारी बहन को देखने आया था।

साली: हां।

मैं: उस दिन तुम कहां थी?

साली: मेरा एग्जाम था, और वहीं देने गई थी, क्यों क्या हुआ?

मैं: बस वहीं पर गलती हो गई ना। मुझे पता तो था कि तुम्हारी दीदी की बहन यानि तुम हो। लेकिन मुझे ये नहीं पता था कि तुम इतनी खूबसूरत हो। मैंने तुम्हें सीधे सगाई वाले दिन देखा, और उसी दिन मुझे पता चल गया था कि मैंने गलत बहन से शादी के लिए हां कह दी। अगर तुम उसी दिन मुझे दिख जाती, तो मैं तुम्हारी दीदी से शादी के लिए कभी हां ना कहता। और तुम्हारे घर वाले भी तुम्हारी और मेरी शादी के लिए हां बोल देते।

साली: जीजू ये क्या बोल रहे हो आप!

मैं: हां यहीं सच है। फिर भी सगाई ना तोड़ कर मैंने तुम्हारे घर वालों की इज्जत पर आंच नहीं आने दी, और ना ही कभी तुमको बताया। और आज तुम मेरे प्यार को हवस का नाम दे रही हो!

साली: मुझे ये सब नहीं पता था जीजू, और ना ही आपने कभी मुझसे बोला। आपकी बात ठीक है, लेकिन फिर भी अब मैं दीदी को धोखा तो नहीं दे सकती ना।

मैं: इसमें धोखा किस बात का? इसको शरीर की जरूरत पूरी करना कहता है। इससे मुझे तुम्हारा प्यार भी मिल जाएगा, और तुम्हारी बॉडी की जरूरत भी पूरी हो जाएगी।

साली: आपको किसने कहा कि मुझे एक मर्द चाहिए?

तभी मैंने अपनी जेब से मोबाइल निकाला, और उसकी चूत में उंगली करने की वीडियो उसको दिखा दी। अपनी वीडियो देख कर वो हैरान परेशान हो गई।

इसके आगे इस साली की चुदाई कहानी में क्या हुआ, वो आपको कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा। अपने विचार ज़रूर सांझे करें।

अगला भाग पढ़े:- बेटे के साथ मिल कर मां को चोदा-3