पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मेरा और मेरी साली का सेक्स शुरू हो चुका था। फिर हमने मजे से चुदाई की, और सालों से दबी हुई अपनी प्यास को बुझाया। हम दोनों को चुदाई करके परमसंतुष्टि मिल चुकी थी। अब आगे बढ़ते है-
उस दिन की चुदाई के बाद मैं घर वापस आ गया। अब मेरी साली की चूत बाकी की जिंदगी के लिए मेरी हो चुकी थी। मैं जब चाहे उसको चोद सकता था। मैं बहुत खुश था। फिर अगले कुछ दिनों में मैंने अपनी साली को कईं बार चोदा। कभी हमने उसके घर में चुदाई की, और कभी होटल में। जिंदगी मजे में कट रही थी।
ये सब मजे लेते हुए मैं एक चीज भूल गया था। और वो चीज थी चिंकू को किया गया मेरा वादा, कि मैं उसकी मां को उससे चुदवाऊंगा। ये मुझे तब याद आया, जब चिंकू का मुझे फोन आया। मैंने उसको कॉल उठाई और कहा-
मैं: और चिंकू बेटा, कैसे हो?
चिंकू: मेरा तो पता नहीं, लेकिन आप तो मजे में हो।
उसकी ये बात सुन कर ही मुझे अपना वादा याद आ गया। मैंने उसको कहा-
मैं: माफ करना बेटा, मैं बिल्कुल भूल ही गया था कि मुझे तुम्हारा भी काम करवाना था। तुम चिंता मत करो, बस मुझे एक हफ्ते का वक्त दो।
चिंकू: ठीक है। मुझे धोखा मत देना बस।
मैं: अरे नहीं बेटा। तुम्हारी वजह से ही तो मैं तुम्हारी मां को चोद पाया हूं। उसका बदला तो चुकाना ही है।
अब मुझे ये सोचना था कि मैं अपनी साली को उसी के बेटे से चुदवाऊंगा कैसे? फिर मैंने एक दिन चुदाई के बाद साली से बात शुरू की। हम दोनों तब नंगे ही बिस्तर में बैठे थे।
मैं बोला: जान तुम्हें कैसा लगता है मेरे साथ सेक्स करके?
साली: बहुत अच्छा लगता है।
मैं: मेरा मन रखने के लिए तो नहीं कह रही ना?
साली: नहीं, अगर ना अच्छा लगता तो मैं कब की मना कर देती।
मैं: मेरी एक और इच्छा है, पूरी करोगी?
साली: जरूर पूरी करुंगी।
मैं: मुझे थ्रीसम करना है।
साली (हैरान होते हुए): थ्रीसम मतलब एक और आदमी?
मैं: हां।
साली: तुम पागल हो। तुमने कैसे सोचा कि मैं किसी भी आदमी के साथ सेक्स कर लूंगी?
मैं: देखो तुमने पहले मेरी बात मानी, तुम्हें कितना मजा आया। इसमें भी बहुत मजा आएगा।
साली: वो बात अलग है। हमारे बीच जो हुआ, वो गुप्त रहेगा। लेकिन बाहर वाले के साथ रिस्क है।
मैं: कोई रिस्क नहीं है। आजकल प्रोफेशनल लड़के मिल जाते है, जो पैसे लेके सेक्स करते है। उनके फेस पर मास्क होता है, और तुम्हारे भी होगा। किसी को कुछ पता नहीं चलेगा। और मजा भी बहुत आयेगा। और वैसे भी अभी तुम्हारी गांड की सील भी तो तोड़नी है। प्लीज मान जाओ ना।
साली मान नहीं रही थी, लेकिन मैं भी बहुत जिद्दी हूं। मैंने भी उसको मना कर छोड़ा। मैंने उससे कहा-
मैं: देखो जाके देख लो। अगर ठीक नहीं लगा तो वापस आ जाना।
फिर वो मान गई, और मैं खुश हो गया। फिर मैंने चिंकू को पूरा प्लान समझाया। अगले ही दिन मैं साली को लेके होटल में चला गया। आज मैंने साली को जींस-टीशर्ट पहनने को कहा था, और वो कहर ढा रही थी इन कपड़ों में। उसके शरीर की पूरी शेप दिख रही थी, और सब की नज़र उसकी तरफ जा रही थी। फिर हम कमरे में आ गए।
मैंने चिंकू को फोन मिलाया और 10 मिनट में उसने हमारे कमरे का दरवाजा खटखटाया। तभी साली ने मास्क पहन लिया। ये मास्क सिर्फ आंखों वाला मास्क था। फिर मैंने दरवाजा खोला। चिंकू सामने खड़ा था। उसने बनियान और शॉर्ट्स पहना हुआ था। मैंने चिंकू को पहले ही समझा दिया था कि वो मास्क पहन कर आए, और अपनी बाजुओं और चेहरे पर टेंपरेरी टैटू बनवा ले, ताकि किसी भी सूरत में वो पकड़ा ना जाए। उसने ऐसा ही किया।
टैटू बनवाने से चिंकू बिल्कुल अलग लग रहा था। इतना अलग कि मैं भी उसको पहचान नहीं पा रहा था। मैं बहुत खुश था उसको ऐसे देख कर। फिर वो अंदर आया। साली उससे कुछ पूछने लगी, तो मैंने उसको बोला-
मैं: ये कुछ बोलेगा नहीं, बस जो काम करने आया है, वो करेगा, और चला जाएगा। चलो अब शुरू करते है।
फिर मैंने साली को खड़ा करके अपनी बाहों में भरा, और उसके होंठ चूसने लगा। चिंकू ने भी पीछे से अपनी मम्मी को पकड़ लिया, और उसकी गर्दन पर किस करने लगा। साली मदहोश होने लगी। मैं किस करता रहा, और चिंकू ने साली की जींस खोल कर नीचे कर दी। अब उसकी मोटी गांड उसके बेटे के सामने थी। मैंने भी साली की टीशर्ट उतार दी। अब वो सिर्फ ब्रा पैंटी में हम दोनों के सामने थी।
फिर चिंकू ने अपनी मम्मी की पैंटी उतारी, और उसकी गांड के चीर में जीभ डाल कर चाटने लगा। मैंने उसकी ब्रा उतार दी, और उसके बूब्स चूसने लगा। वो मदहोश हो रही थी, और उसकी चूत गीली हो रही थी। तभी उसने एक हाथ चिंकू के सर पर रखा, और उसको अपनी गांड में दबाने लगी।
फिर मैं भी नीचे बैठ कर उसकी चूत चूसने लगा। बड़ा स्वाद आ रहा था मुझे उसकी चूत चूस कर। पीछे उसका बेटा उसकी गांड चाटते जा रहा था। कुछ देर ऐसा करने पर वो झड़ गई। मैंने और चिंकू ने मिल कर उसकी चूत का पानी पिया। फिर साली की चूत को हम दोनों ने चाट-चाट कर बिल्कुल साफ कर दिया।
उसके बाद हम दोनों खड़े हुए। मैंने साली के होंठ चूसने शुरू किए, और उसका बेटा अपनी मां का एक चूचा चूसने लगा। कुछ मिनट बाद मैंने उसके होंठ छोड़े, और दूसरे चूचे को चूसने लगा। अब चिंकू अपनी मां के रसीले होंठ चूस रहा था। कुछ देर हम दोनों ऐसा ही करते रहे। फिर साली घुटनों के बल नीचे बैठ गई।
इसके आगे इस सेक्स कहानी में क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा। मजा आया हो तो फीडबैक जरूर दें।
अगला भाग पढ़े:- बेटे के साथ मिल कर मां को चोदा-6