अजब गांडू की गजब कहानी-19

पिछला भाग पढ़े:- अजब गांडू की गजब कहानी-18

चित्रा बता रही थी कि अंकल चुदाई करते हुए अजीब-अजीब हरकतें करते थे। लेकिन अब तो हालत ये हो चुके थे, कि ये सब करने के लिए अंकल को या उसे कुछ भी बोलने की जरूरत नहीं पड़ती। चूत चुसाई, लंड चुसाई, चूतड़ों के छेद में उंगली, चूतड़ चटाई सब इशारों-इशारों से ही होने लग गया था। इसी बीच एक दिन चुदाई के दौरान चित्रा को ऐसे ही ख्याल सा आया कि अंकल चुदाई के दौरान चूत, फुद्दी, लंड, चूतड़ खुल कर बोलने लग जाते थे। क्या शराब के नशे के कारण ये सब होता था? अब आगे-

चित्रा की चुदाई की ऐसी-ऐसी बातें सुन-सुन कर मेरा दिमाग भन्ना रहा था। मैं बस यही सोच रहा था, “क्या ऐसा भी हो सकता था?” मगर किस्सा यहीं खत्म नहीं हुआ था। अभी तो चित्रा के मुंह से और भी बहुत कुछ सुनना बाकी था।

चित्रा बोली, “और राज, एक दिन मालूम है क्या हुआ?”