अजब गांडू की गजब कहानी-18

पिछला भाग पढ़े:- अजब गांडू की गजब कहानी-17

अंकल चित्रा के साथ पूरी बेशर्मी वाली बातें करने लग गए थे। अंकल ने तीन पेग शराब के लगाए और चित्रा की अगली चुदाई के लिए तैयार हो गए। अंकल चित्रा के ऊपर आये। अंकल ने अपनी कुहनियां चित्रा के घुटनों के नीचे डाल दी, और ऊपर की तरफ होने लगे। चित्रा की चूत खुद-बा-खुद ऊपर उठने लगी। जब अंकल पूरा ऊपर हो चुके तो चित्रा की चूत भी पूरी ऊपर उठ चुकी थी, और अंकल का लंड बिल्कुल चित्रा की चूत के छेद के ऊपर था।

अंकल दो सेकंड के लिए रुके, फिर उन्होंने एक जोरदार झटका लगाया और पूरा का पूरा लंड चित्रा की चूत के अंदर बैठ गया। अब आगे-

चित्रा बता रही थी, “राज, मेरी जबरदस्त चुदाई हो रही थी। चुदाईयों की गिनती तो मैं भूल ही चुकी थी। पता नहीं कितनी बार मुझे मजा आ चुका था। अब तो मैं सच में ही थक चुकी थी। पूरा जिस्म टूट रहा था। मन कर रहा था कि अंकल का लंड पानी छोड़े और अंकल आज की चुदाई खत्म हो।”

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