हैलो दोस्तों, कैसे हो आप? मेरा नाम राहुल है। मेरी उम्र 23 है। मैं दिल्ली से हूं, तो दोस्तों मैं आप को बताने जा रहा हूं एक रियल सेक्स घटना जो मेरे साथ हुई है।
ये बात 2 साल पहले की है। मैं एक मिडल क्लास घर से हूं। मैं अपनी पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट टाइम जॉब भी करता हूं। तो दोस्तों में अब सेक्स कहानी पे आता हूं। ये बात जून महीने की है। मेरे एक दोस्त की बहन की शादी थी। उस दिन मैं और मेरे बाकी के दोस्त उस शादी में गये थे। शादी शाम की थी। हम सब सुबह से ही शादी के काम करा रहे थे।
मैं जब मेरे दोस्त घर में काम करा रहा था, तब मेरे दोस्त की मम्मी आई, और मुझे बोली: राहुल ऊपर वाले कमरे से सामान लाना है तीसरी मंजिल से।
मैंने आंटी को ठीक है बोला। जब ऊपर जा रहा था, तो मुझे दूसरी मंजिल के कमरे से कुछ आवाज आ रही थी। मुझे लगा कोई होगा। फार मैं ऊपर गया और सामान लेके जब नीचे आ रहा था, तो मुझे वो आवाज फिर से सुनाई दी। तो मैंने कमरे के दरवाजे पे कान लगाया, और सुना तो मैंने क्या सुना कि अंदर कोई लड़की थी। वो अजीब सी आवाज निकाल रही थी।
मैंने फिर जो सामान मेरे हाथ में था, उसे नीचे रखा। दरवाजे के ऊपर खिड़की थी, तो मैंने एक कुरसी ली, और ऊपर से देखा। तो दोस्तों मैंने देखा अंदर एक लड़की थी। वो 25 या 26 साल उम्र की थी, और सावले रंग की थी। वो नीचे से नंगी थी, और वो फ़ोन में पॉर्न देख रही थी। वो अपनी चूत में ऊंगली दे रही थी, और मुंह से आवाजें निकाल रही थी उउमम हहा हहअअ हहहउम्म।
वो लड़की मेरे दोस्त की रिश्तेदार थी। उसकी चूत मुझे साफ दिख रही थी, एक-दम चिकनी। मैं देख रहा था, और मुझे पता ही नहीं चला मेरा लंड कब खड़ा हो गया। मैं अपने लंड को पेंट में हाथ डाल के मसल रहा था, और वो लड़की मस्ती में वीडियो देख कर अपनी चूत में ऊंगली अंदर-बाहर कर रही थी। वो कभी अपने चूचे दाबाती।
मेरा मन कर रहा था कि मैं अंदर जा के उसकी चूत चाटूं। इतने में उसकी चूत से पानी आने लगा, और वो आंखें बंद करके और तेज ऊंगली करने लगी, अपनी चूत मसलने लगी। कुछ देर में वो शांत होके अपनी उंगली में लगे पानी को चाटने लगी। ये सब देख के मेरी पेंट में ही मेरा माल निकल गया।
इतने में मेरा फोन बजने लगा। वो समझ गई कि बाहर कोई था। उस ने देखा कि कोई उसे देख रहा था। उसने आवाज दी कौन है, और वो डर गई, और डर के जल्दी-जल्दी नीचे के कपड़े पहनने लगी। मैं भी थोड़ा डर गया, और जल्द-बाजी में कुर्सी से नीचे उतर रहा था, कि मैं गिर गया। इतने में वो बाहर आ गई। मैं जल्दी से उठा और अपना सामान उठाने लगा।
उसने मुझे देखते ही पूछा: कौन हो तुम? और यहां क्या कर रहे हो?
मैं: साहू का दोस्त हूं।
उसने पूछा: यहां क्या कर रहे हो?
मैं: आंटी ने सामान मंगाया था, वो लेने आया था।
उसने पूछा: ये कुर्सी लगा के क्या देख रहे थे तुम खिड़की में?
मैं थोड़ा डर गया। मैं समान उठा के खड़ा हुआ। मैं बोल ही रहा था कि उसने मेरे नीचे देखा। मेरी पेंट पे गीला-गीला दिख रहा था। वो समझ गई कि ये कैसे गीला हुआ।
फिर वो बोली: क्या देखा तुमने अंदर?
मैं: कुछ भी नहीं (और ये कह के मैं जाने लगा)।
तो उसने रोक के पूछा: शरीफ मत बनो। तुम मेरी वीडियो बना रहे थे ना? मैं अभी सब को बुलाती हूं, रुको।
मैं थोड़ा डर गया। मैंने सोचा अगर यश को पता चला तो दोस्ती का क्या होगा? वो मुझे डांटने लगी। फिर मुझे घुसा आया, क्योंकि वो बहुत ज्यादा बोल रही थी।
मैंने बोला: देखो जो तुम अन्दर कर रही थी वो सब मैंने देख लिया है। और मैंने कोई वीडियो नहीं बनाई है।
वो थोड़ा डर गई, फिर बोलने लगी: प्लीज इसके बारे में किसी को मत बताना तुम।
मैंने कहा: ठीक है, नहीं बताऊंगा किसी को।
फिर उसका डर कम हुआ। दोस्तों फिर मेरे मन में लड्डू फूटने लगे, कि क्यूं ना इस बात का फायदा उठाया जाये। फिर दोस्तों मैं उसके थोड़ा नज़दीक जाके बोला-
मैं: अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हारा ये अकेलापन दूर कर सकता हूं।
फिर वो थोड़ा गुस्से से देखी मुझे।
मैंने बोला: सोच लो।
वो सब समझ चुकी थी। काफ़ी सोचने के बाद फिर उसने बोला: ठीक है, पर किसी को बताओगे नहीं तुम।
मैंने ठीक है ठीक है बोला। मैं समझ गया कि उसका भी मन था चुदने का। दोस्तों क्या बताऊं उसके मुंह से हां सुनते ही मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं था, कि मुझे ऐसे ही कोई लड़की मिल जायेगी, यकीन नहीं हो रहा था।
फिर वो अंदर कमरे में जाने लगी। मैं भी उसके पीछे-पीछे जाने लगा। कमरे में आते ही उसने अंदर से कुंडी लगाई। फिर वो सोफे पे जाके बैठ गई। मैं भी उसकी बगल में जाके बैठ गया। फिर मैं उसकी तरफ देखने लगा। वो मेरी तरफ देखने लगी। वो मेरे करीब आई। मैंने भी कोई शर्म नहीं दिखाई। मैं वहीं उसके नजदीक आया, और फिर उसके चूचे को हल्के हाथों से दबाने लगा।
दोस्तों मैं बता दूं कि उसके चूचे हरे नारियल जितने बड़े-बड़े थे। मैं उसके नजदीक आके उसके होंठों पे हल्की सी किस्स करने लगा। वो बस बैठ के मुझे देखे जा रही थी। अब मैं उससे एक-दम चिपक गया, और जोर-जोर से उसे चूचे दबाने लगा। साथ में किस भी करने लगा।
अब उसका भी मूड बनने लगा। अब वो मेरा किस्स में साथ देने लगी। मैं उसके होंठ चूस रहा था। कभी मैं उसके मुंह में अपनी जीभ डालता, तो कभी वो। अब वो मेरी पेंट की तरफ हाथ बढ़ा के, मेरे लंड को पेंट के ऊपर से ही सहला रही थी।
फिर उसने जो फ़्रॉक पहनी थी, वो उतार दी। उसने ब्रा नहीं पहनी थी। अब वो सिर्फ पेंटी में ही थी, और मैंने उसे सोफे पे लिटा दिया। अब मैं उसके ऊपर आके उसके कान पे, फिर उसके गले पे, किस करने लगा, और साथ में उसके चूचे भी दबाने लगा। अब मैं थोड़ा नीचे आया, और उसके चूचों को एक-एक करके चूसने लगा। क्या मजा आ रहा था।
फिर मैं धीरे-धीरे उसके पेट और कमर पे किस करने लगा। वो बस मेरे बालों को सहला रही थी। अब उसकी पेंटी के ऊपर से ही मैं उसकी चूत को सू़ंघने लगा। क्या खुश्बू थी। फिर जैसे ही मैंने उसकी पेंटी से ढकी चूत पे किस किया, तो वो ऊऊऊ ऊऊ की आवाज निकालने लगी। अब मैंने उसकी पेंटी को उतार के उसकी चूत के दर्शन किये। क्या चूत थी, एक-दम साफ। माना कि वो थोड़ी सावली थी, मगर उसका फिगर और उसकी चूत एक-दम कमाल के थे।
अब वो पूरी नंगी मेरे सामने थी। मैंने भी तुरंत अपने कपड़े उतारे, और पूरा नंगा हो गाया। अब मैं सोफे पे बैठ गया, और वो मेरे सामने नीचे बैठ गई। उसने मेरा लंड पकड़ा, और अपने मुंह में लेके चूसने लगी। क्या मजा आ रहा था। वो मेरा पूरा लंड गले तक ले रही थी। अब मैं झड़ने वाला था, तो मैंने उसके सर को अपने लंड की और दबा दिया, और जोर से उसके मुंह को चोदने लगा।
फिर मैंने अपना माल उसके मुंह में छोड़ दिया। वो मेरा लंड मुंह से निकालने की कोशिश कर रही थी। लेकिन मैंने भी तब तक नहीं छोड़ा, जब तक उसने मेरा माल पी नहीं लिया।
अब मैंने उसे छोड़ दिया। वो जोर-जोर से सांसे लेने लगी। अब मैंने उसे सोफे पर बिठा दिया, और एक लम्बी किस्स करी, और उसकी चूत की ओर मुंह करा। मैं उसकी चूत के तने को अपनी जीभ से चाटने लगा,और बीच-बीच में उसकी चूत के अंदर जीभ डालने लगा। क्या मजा आ रहा था। उसकी चूत से गाढ़ा पानी निकल रहा था। मैं उसे चाट-चाट कर साफ कर रहा था।
वो मेरा सर पकड़ कर अपनी चूत में दबा रही थी, और आवाज निकाल रही थी: हाहाआ हम्म ससस हहहह आआ हहहआनननन।
अब मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था।
इतने में वो बोली: चलो अब चोदो भी, अब नहीं रहा जाता।
मैं भी उसकी चूत से मुंह हटा के उसे किस करने लगा। उसकी चूत का पानी मेरे होंठों पे था। वो मेरे होंठों को चाटने लगी। मुझे बहुत मजा आ रहा था। अब मैंने उसे अलग किया। मैं सोफे पर बैठ गया, और उसे अपनी गोद मैं बिठा लिया, और उसके बूब्स को पीने लगा। अब मैंने नीचे से अपने लंड को उसकी चूत में सेट किया, और वो धीरे-धीरे लंड पर बैठने लगी। जैसे-जैसे लंड अंदर जा रहा था, वो आवाज निकाल रही थी।
वो: हहहह हहह मममम हो ओह बेबी चोदो मुझे ससस हहह फ़फ़फ़क्क।
वो मेरे लंड पे बैठ कर ऊपर-नीचे हो रही थी। अब वो जोर-जोर से कूदने लगी। मुझे भी मजा आ रहा था। वो जोर-जोर से चिल्ला रही थी।
तो मैंने उसे बोला: चिल्लाओ मत, कोई आ जाएगा।
अब मैंने उसे रोका। मैं नीचे से उसे चोदने लगा। मैं जोर-जोर से धक्के मार रहा था। उसे भी मजा आ रहा था। अब वो नीचे उत्तरी, और मुझे सोफे से उठा के खुद सोफे पे लेट गई। अब एक टांग उसने सोफे की साइड में ऊपर रखी, और दूसरी टांग मेरे कंधे पर। फिर मैंने उसकी चूत पर थूक लगाया, और जोर से लंड उसकी चूत में डाल दिया।
वो चिल्लाने लगी: आऊऊ आराम से हहहह हहह ससस।
मैंने एक हाथ उसके मुंह पे रखा, और दूसरे हाथ से चूचे को पकड़ के जोर से धक्के मार के चोदने लगा। जैसे ही लंड उसकी चूत में जाता, वो आह की आवाज निकाल रही थी, और जैसे ही बाहर आता, वो सांस लेती। 30 मिनट तक अलग-अलग पोजीशन में उसे चोदने के बाद, मैंने अपना माल उसके चूचों पे झाड़ दिया।
फिर एक मिनट की किस्स करके मैंने उसे बोला: आज रात को छत पर मिलना।
उसने ठीक है बोला। अब मैंने अपने कपड़े पहने, और उसने भी अपनी पेंटी पहनी। मैंने उसे रुमाल दिया। उसने अपने बूब्स साफ किये। फिर कपड़े पहन के मैंने उसे एक और किस्स की। फिर मैंने अपना सामान उठाया, और नीचे आ गया।
दोस्तों ये थी मेरी आप बीती सेक्स कहानी। कैसी लगी मुझे जरूर बताना। आगे की कहानी भी मैं जल्दी लाऊंगा, और उसमे मैं उस लड़की का नाम भी बताऊंगा आपको, और वो कौन थी।