इंस्टाग्राम पर मिली शादी-शुदा लड़़की-2

पिछला भाग पढ़े:- इंस्टाग्राम पर मिली शादी-शुदा लड़़की-1

पहली बार मेरे लंड को चूत की ऐसी भयंकर गर्मी मिल रही थी, जिससे मैं जन्नत में पहुंच गया था। लेकिन मेरा लंड चूत की गर्मी को सहन नहीं कर पाया और 3-4 धक्के लगाने पर ही मेरा निकलने को हुआ। तो मैंने जल्दी से अपना लंड बाहर निकाल लिया। तभी मैं झड़ गया।

उस समय मुझे अपने आप पर बहुत गुस्सा आया के इतनी जल्दी हो गया। हम दूसरा राउंड शुरू करते उससे पहले ही उसका भाई आकर वाशरूम का गेट बजा कर बोला: मुझे जाना है, जल्दी निकल।

हमने जल्दी से कपड़े पहने, उसने अपने भाई से बोला: मुझे अभी थोड़ा टाइम लगेगा।

इसलिए उसका भाई वापस रूम में चला गया, और मैं गेट खोल कर बाहर निकल आया। सिमरन थोड़ी दूर तक मुझे छोड़ने भी आयी, लेकिन उसने टी-शर्ट के अंदर ब्रा नहीं पहना था, इसलिए आधे रास्ते से वापस चली गयी।

घर पहुंच कर मैंने उसे मैसेज किया: सॉरी यार, मेरा इतनी जल्दी हो गया, तू ऐसे ही रह गयी।

फिर उसने मुझे समझाया: अरे पागल है क्या? फर्स्ट टाइम में हो जाता है ऐसा। बाहर भी इतनी गर्मी थी। आकर तुम्हें आराम करने का भी टाइम नहीं मिला, और वाशरूम में भी गर्मी हो रही थी। 2nd राउंड हो नहीं पाया, नहीं तो और मजा आता।

यह सुन कर मेरा मन कुछ ठीक हुआ। तो कुछ इस तरह थी मेरे 1st सेक्स की कहानी।

अब हम रोज दिनभर फ़ोन पर वीडियो कॉल्स पर चिपके रहते थे। उसे नहाना भी होता तो साथ में फ़ोन लेकर जाती थी, और मैं वीडियो कॉल पर उसे नहाते हुए देखता। खाना भी खाती तो वीडियो कॉल पर।

एक हफ्ते बाद हम दोबारा बाहर मिले, लेकिन इस बार भी पब्लिक प्लेस में। वहां हमने पहले की तरह ही किस वगैरह की।

उसी दिन उसने रात में बताया: ओए, कल मम्मी-पापा को कहीं काम से जाना है, और भाई का एग्जाम है। घर पर कोई नहीं रहेगा। आओगे तो बताओ?

मैं ऐसा मौका कैसे छोड़ सकता था। मैंने बोला: कोई जरूरी काम नहीं निकला तो जरूर आऊंगा।

सिमरन: इस बार कंडोम जरूर ले आना।

मैंने कहा: मैं नहीं लाऊंगा। मैंने आज तक कंडोम नहीं खरीदा है।

मैंने अगले दिन लंड के बाल साफ़ किये, और रास्ते में कंडोम खरीदा और पहुंच गया उसके घर। वो पहले से मेरा इन्तजार कर रही थी, क्योंकि उसके मम्मी और भाई पहले ही जा चुके थे।

उसने गेट खोला, मैं अंदर कमरे में चला गया। गेट बंद करके वो भी आ गयी। उस टाइम उसने नाईटी पहनी हुई थी, जिसमें उसका फिगर गजब का लग रहा था। उसने मुझे पानी लाकर दिया, AC चलाया, क्योंकि बाहर बहुत गर्मी थी, जिसकी वजह से मुझे पसीने आ रहे थे।

हम बेड पर बैठ कर बाते करते हुए एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे। मैं बाते करते हुए उसके चूचों को देखने लगा। इतने में वो उठ कर मेरी गोद में आकर बैठ गयी। मैंने उसके भारी-भरकम चूचे दबाने शुरू किये, तो पता चला उसने ब्रा ही नहीं पहनी थी। मैं चूचे दबाते हुए ही उसे किस करने लगा। थोड़ी देर किस करने के बाद मैंने उसकी नाईटी उतार दी। उसने अंदर कुछ पहना ही नहीं था।

हम दोबारा किस करने लगे। तभी मैंने धक्का देकर उसे बेड पर लिटा दिया। उसे इस तरह लेटे हुए देख कर अच्छे-अच्छों का लंड पानी छोड़ दे। मैं उसके 38″ के चूचे चूसने और काटने लगा। मैं धीरे-धीरे एक हाथ को चूत तक ले गया, जो पहले ही बहने लग रही थी। मैं चूत में ऊंगली डाल कर अंदर-बाहर करने लगा।

चूचे को छोड़ कर मैं नीचे आ गया, और चूत को चाटने लगा। इतने में ही उसने सिसकारी लेना शुरू कर दिया। वो मेरे सिर को पकड़ कर चूत में दबाने लगी।

फिर वो कहने लगी: अब डाल दे बहनचोद।

मैंने अपनी पेंट उतारी और खड़ा हो गया।

सिमरन: कंडोम तो लाये नहीं होंगे तो पन्नी लगा कर करोगे क्या?

तभी मैंने जेब से कंडोम का पैकेट निकाल कर उसे पकड़ा दिया। उसने कंडोम निकाल कर मुझे पहनाया और गांड के नीचे तकिया लगा कर लेट गयी। मैंने देर ना करते हुए लंड को चूत पर सेट किया, और धक्के लगाना शुरू किया।

थोड़ी देर ऐसे ही करने के बाद हमने जगह बदली। इस बार मैं नीचे लेट गया और वो ऊपर। उसने चूत को लंड पर सेट किया और ऊपर-नीचे होने लगी।

हम दोनों इस समय पूरे जोश में थे। पूरे कमरे में उसकी सिसकारियां गूंज रही थी। उसके धक्के मेरे लंड को अच्छे से निचोड़ रहे थे।

उस टाइम वो जिस तरह धक्कों के साथ चूत को रगड़ रही थी, उसके बारे में सोच कर अभी भी लंड सलामी देने लग रहा है।

थोड़ी देर में जब वो थक गयी तो मुझसे बोली: बहनचोद, आराम से लेटा हुआ है। कब तक मैं ही करती रहूं?

यह सुन कर मैं हसने लगा। फिर मैंने नीचे से धक्के लगाने शुरू किये। पूरे कमरे में सिर्फ फच्च-फच्च और उसकी सिसकारियों की आवाज गूंज रही थी। मैं सोचता था कि लोग ऐसे ही बोलते है कि इतनी फच्च-फच्च की आवाज़ होती है। लेकिन तब पता चला जब पूरे कमरे में सिर्फ वहीं आवाज घूम रही थी।

सिमरन एक बार पहले ही झड़ चुकी थी। मेरा भी अब होने वाला था। मैंने सोचा थोड़ा रुकता हूं, सामान्य होने पर दोबारा शुरू करूंगा, जिससे और टाइम तक टिक सकूं। लेकिन इस सेक्स के इस खेल में नया होने के कारण मैं कंट्रोल नहीं कर पाया, और तेज-तेज धक्के लगाते हुए झड़ गया।

फिर हम दोनों ऐसे ही नंगे लेट कर बाते करने लगे, और बीच-बीच में किस करते रहे। थोड़ी देर में मेरा लंड दोबारा जंग लड़ने के लिए तैयार हो गया, और कंडोम पहन कर हम दोबारा शुरू हो गए।

इस बार मैंने उसे घोड़ी बना कर पीछे से डाल दिया। मुझे उसकी गांड बहुत मस्त लगी। चुदाई करते टाइम मैं उसकी गांड को भी छेड़ रहा था। लेकिन वो मना करने लगी। उसने आज तक गांड में ऊंगली भी नहीं ली थी। दो राउंड करने के बाद हमने साफ-सफाई करके कपड़े पहने और फिर खाना खाया।

उसके भाई के आने का टाइम हो रहा था, तो वो बोलने लगी: अब तुम जल्दी जाओ, भाई आने वाला है नहीं तो दिक्कत हो जाएगी।

लेकिन मेरा मन उसे छोड़ने का नहीं था। मैं दोबारा किस करने लगा और चूचे दबाने लगा। नाईटी के गले से ही चूचे निकालते हुए उसकी नाईटी भी फट गयी थी। फिर मैं उसकी गांड दबाने लगा।

मैं बोला: मुझे तेरी गांड देखनी है।

उसने नाईटी ऊपर उठा ली, तो मैंने उसकी गर्दन पकड़ कर उसे नीचे झुका दिया। मैंने उसे टाइट पकड़ कर उसकी गांड में ऊंगली घुसा दी, तो वो मुझे गाली बकने लगी।

सिमरन: भोसड़ी के दर्द हो रहा है। मैंने आजतक अपने पति को भी नहीं करने दी, उसने भी कई बार कोशिश की थी।

लेकिन मैंने उसकी नहीं सुनी, और उसे दबाये रख कर पूरी ऊंगली अंदर-बाहर करने लगा। फिर मैंने उसे छोड़ दिया, क्योंकि उसके भाई के आने का समय हो गया था।

मैं उससे बोला: इस बार तो छोड़ रहा हूं, लेकिन अगली बार ऊंगली नहीं लंड जायेगा इसमें।

इसके बाद हमने हाथ मुंह धोये, और मैं उसे किस करके घर के लिए निकल आया। इसके 2-4 दिन बाद ही सिमरन अपने ससुराल चली गयी। उसके बाद भी हम वीडियो कॉल पर बकचोदियां करते रहते थे। इसके थोड़े दिन बाद हमारा ब्रेकअप हो गया। मैं अभी भी उसके साथ बिताये हुए हर लम्हें को मिस करता हूं। पता नहीं हम फिर कभी मिल पाएंगे भी या नहीं।

तो दोस्तों, आपको मेरे पहले सेक्स की कहानी कैसी लगी?

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