मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-3

पिछला भाग पढ़े:- मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-2

आगरा की नसरीन अंसारी की फ़ाइल जो रौशनी नाम की NGO ने भेजी थी, उसके अनुसार नसरीन के पति का इंतकाल हुए पांच साल गुजर चुके थे। मगर नसरीन को देख कर मुझे ऐसा नहीं लगा कि नसरीन एक विधवा का जीवन जी रही थी, बिना चूत चुदाई वाला जीवन।

नसरीन के चेहरे का नूर बता रहा था कि नसरीन की मस्त चुदाई होती थी। वो भी बिना रोक-टोक के। जब मैंने अपने मन की ये बात नसरीन को बताई, तो नसरीन फूट-फूट कर रोने लगी। मैंने नसरीन को रोने दिया। जब नसरीन का मन कुछ हल्का हुआ, तो चुप होने के बाद नसरीन अपनी कहानी सुनाने के लिए तैयार हो गयी।

मैंने टेप रिकार्डर में टेप डाली, रिमोर्ट अपने हाथ में ले लिया और नसरीन को कहा, “हां तो नसरीन शुरू हो जाओ।”

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