मुकुल कुलश्रेष्ठ – हंसमुख रंगीला साहिल – भाग 2

गुंजन की गांड का छेद देखा तो क्या बताऊं आपको मैडम गुलाबी रंग का छोटा सा छेद ऐसा लग रहा था जैसे किसी औरत के माथे पर गुलाबी रंग की छोटी सी बिंदी लगी हो

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 15 – कहानी का अंतिम दूसरा भाग

जोरदार पंद्रह बीस धक्के गांड में लगाए और ये सोच कर की रूबी को चूत में मजा दूं लंड निकाला एक झटके से चूत में धकेल दिया।