मेरे चारों बच्चे मेरी जान-3

मैं बिलकुल नंगी अपने बेटे के सामने खड़ी हो गयी और जब मैंने अपना चेहरा उठा कर अभिषेक को देखा तो वो अचंभित होकर मुझे देख रहा था।

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-1

ये मेरी कहानी है जिसमे आप पढ़ेंगे की चुदाई की तड़प में मैंने क्या क्या किया और अपनी चूत की आग को कैसे और किसके साथ चुदाई करके शांत की।

घरेलू काम वालियों की चुदाई-2

छोड़ो साहब निरोध। क्यों चुदाई का मजा आधा कर रहे हो। हमारे मर्द नहीं चढ़ाते निरोध लंड पर। उनके पास तो टाइम ही नहीं होता निरोध चढ़ाने का।

ग्रुप सेक्स – समूह में चुदाई – भाग 4 (अंतिम भाग)

मैं भागने वालों में से नहीं थी। मुझे तो इस चुदाई में इतना मजा आ रहा था की बस मैं यही नहीं कह रही थी, “चोदो भड़वो और जोर लगा कर चोदो, फाड़ो मेरी चूत, घुस जाओ अंदर।

मुकुल कुलश्रेष्ठ – देवरानी भावना कुलश्रेष्ठ की मस्त चुदाई

मैं राकेश मेरी चूत से पेशाब और चूत के पानी की गंध जरूर आ रही होगी। मैंने उसे बाजू से पकड़ा और कहा “चल आ मुझे चोदके बता।

मुकुल कुलश्रेष्ठ – देवरानी भावना कुलश्रेष्ठ की चुदाई की तैयारी

जेठानी देवरानी की चूतें अभी गरम होना शुरू होती थीं की भाइयों लंड पानी छोड़ कर ठंडे हो जाते थे, औरतें उंगली से ही काम चलIने की कोशिश करती थीं।

कुंवारी साली ने ज़बरदस्ती चुदवाई-1

नीना ने सलवार उतार दी और लेट गयी और टांगें उठा कर चौड़ी की और अपनी उंगलियों से अपनी चूत की फांकें खोल कर किरण से बोली, “ले ये – ये रही मेरी फुद्दी”