तलाकशुदा पड़ोसन की चुदाई

हेलो दोस्तों, मैं जानू (बदला हुआ नाम) राजकोट गुजरात से हूं। ये हॉट सेक्स स्टोरी मेरे और मेरे पड़ोस की लड़की शीला (बदली हुआ नाम) के बीच कुछ दिन पहले हुई है।

मेरी हाइट 6 फीट है, और मेरे लंड का साइज 7 इंच है। मैं दिखने में हैंडसम हूं, और मेरे अंदर सेक्स की भूख बहुत है। शीला हमारी पड़ोसन की लड़की है, और उसकी शादी हो गई है, और उसका 1 बच्चा भी है। उसका फिगर 34-30-36 है। वो बहुत गोरी है। उसको देख कर कोई भी चोदना चाहेगा। अब कहानी पर आते है।

शीला का उसके पति के साथ झगड़ा हो गया तो वो यहां अपनी मां के घर आ गई, और अब वो तलाक लेने वाली थी। उसका बेटा उसका पति पास था। जब से वो आई थी, तब से उसे चोदने का प्लान बना रहा था। कुछ हो ना हो सका तो खुद से मुठ मार लेता था।

एक दिन हमें दूसरे पड़ोसियों के साथ उनके गांव में जाना था, तो मैंने देखा कि वो भी आई थी। हम सब बैठ गए बस में। सब लोगों को जगह नहीं मिली, तो वो खड़ी थी। मैं जान-बूझ के उसके पीछे खड़ा हो गया। उसकी गांड देख कर मेरा खड़ा हो गया।

मैं लंड उसकी गांड की दरार में दबाने लगा। उसने कुछ भी नहीं कहा तो मेरी हिम्मत बढ़ी। फिर मैं जोर लगाने लगा, तो उसकी सिस्कारी निकल गई। उसने पीछे देखा और शरारती सी मुस्कान दी। मुझे समझ आ गया मामला क्लियर था।

फिर हम लोग वहां गांव पहुंच गए, और मैं अपने दोस्तों के साथ गांव देखने निकल गया, और वो रसोई के काम में लग गई। फिर शाम को हम वापस मिले खाना-खाने के समय पर। मैं उसको ही देख रहा था। उसने भी 2-3 बार मुझे देख कर स्माइल की।

उस दिन ज्यादा कुछ नहीं हो पाया, और हम गांव से वापस आ गए। अब मैं मौके की तलाश में था। ऐसे ही 15 दिन बीत गए। फिर मुझे वो मौका मिल ही गया। एक दिन मैं सुबह उठ कर आया तो देखा उसकी मम्मी आई हुई थी। उन्होंने मुझसे कहा हम सब गांव जा रहे हैं, और शीला नहीं आ रही। तुम हमारे घर रात को सोने चले जाना। मेरी तो लॉटरी लग गई, और मैं रात होने का इंतज़ार करने लगा।

रात को खाना खा कर मैं उसके घर गया। उसने दरवाजा खोला। उसने काले रंग की नाइटी पहन रखी थी, और वो क्या कमाल लग रही थी। तो मैंने सोचा कि अभी भी तुम नियंत्रण रखना चाहते हो, और मैं अंदर चला गया।

उसने दरवाजा बंद किया और हम अंदर चले गए। उसने मुझे खाना ऑफर किया। मैंने कहा खा के आया हूं, और हम टी.वी. देखने लगे। मैंने उसके पति के बारे में पूछा तो वो रोने लगी और बोली कोई और बात करो। तो मैं सोचने लगा। इतने में उसने पूछा-

वो: तुम्हारी कितनी गर्लफ्रेंड्स है?

मैं: एक भी नहीं।

वो: झूठ मत बोलो। तुम इतने हैंडसम हो, और गर्लफ्रेंड नहीं है?

मैं: नहीं है, कोई मिली ही नहीं।

वो: तभी तुम उस दिन बस में मेरे पीछे रगड़ रहे थे अपना लंड।

उसके मुंह से लंड सुन कर मेरा तो खड़ा हो गया। उसने मेरे लंड पर हाथ रख दिया, और मैंने झट से उसको पकड़ लिया और किस करने लगा। वो भी पूरी तरह से मेरा साथ दे रही थी। मेरा एक हाथ उसके स्तनों पर था और मैं उनको दबाने लगा। करीब 15 मिनट की किसिंग के बाद वो रुकी और बोली चलो बेडरूम चलते हैं।

बेडरूम में जाते ही हम फिर से किसिंग करने लगे, और मैंने उसकी ब्लैक नाइटी भी उतार दी। उसने ब्रा और पैंटी भी ब्लैक कलर की पहनी थी। थोड़ी देर बाद मैं उसके स्तन चूसना शुरू किया। क्या मस्त स्तन थे। उसका बेटा छोटा था, तो स्तनों से दूध भी आ रहा था। बहुत मजा आया।

करीब 10 मिनट उसके स्तन चूसने के बाद मैं उसकी पैंटी की तरफ बढ़ा। फिर मैंने उसकी पैंटी एक झटके में निकाल दी। उसकी चूत गिली हो गई थी। उसकी चूत में मैंने एक उंगली घुसाई। बहुत टाइट चूत थी।

उसने कहा: जब से बच्चा हुआ है, तब से मैं चुदी नहीं, करीब 2 साल से। अब जल्दी इसको फाड़ दे मेरे राजा। अब नहीं रहा जाता।

इतने में मैंने उसकी चूत पर अपना मुंह लगाया। वो सिसकारी लेने लगी आह आह आह। धीरे-धीरे मैंने चूत में दो उंगलियां डाल दी। थोड़ी देर बाद वो अकड़ने लगी, और मेरे सर को दबाने लगी। फिर वो झड़ गयी, और मैं सारा पानी पी गया।

फिर मैंने कहा: चलो अब तुम्हारी बारी।

वो घुटनों के बल बैठ गई, और मेरी शॉर्ट्स जो टेंट बन गई थी, उसको नीचे करके मेरा लंड बाहर निकाला। वो मेरा लंड देखती ही रह गई और बोली-

शीला: इतना बड़ा मेरे पति का भी नहीं था।

फिर वो लंड चूसने लगी। वो लंड चूसने में एक्सपर्ट थी, मानों जैसे कोई पोर्नस्टार हो। करीब 15 मिनट की चुसाई के बाद मेरा हो गया। मेरा सारा माल उसने मुंह में ले लिया और पी गई। फिर उसने हिला-हिला कर मेरा लंड फिर से खड़ा कर दिया और बोली-

शीला: मेरे राजा अब बर्दाश्त नहीं होता। जल्दी चोदो मुझे, और बुझाओ मेरी आग।

मैंने उसे बिस्तर पर लिटाया, और उसकी टांगें मेरे कंधो पे रख ली। फिर मेरे लंड को उसकी चूत पर रगड़ के धक्का मारा। मेरा टोपा उसकी चूत में घुस गया। वो बड़ी जोर से सिसकारी लेने लगी-

शीला: आह मेरे राजा, धीरे करो।

मैं अब कहां सुनने वाला था। मैंने और जोर से धक्का मारा, और पूरा लंड अंदर चला गया। वो सिसकारियां ले रही थी। थोड़ी देर बाद वो ऊपर आ गई। मुझे समझ आ गया और मैं धक्के मारने लगा। करीब 20 मिनट में वो झड़ गई। फिर मैंने पोजीशन चेंज करने के लिए बोला, और उसे घोड़ी बना कर पीछे से पूरी रफ़्तार से उसकी चूत मारने लगा। करीब 15 मिनट के बाद वो फिर झड़ गई। अब मेरा भी होने वाला था, तो मैंने पूछा कहा निकालूं।

उसने कहा: अंदर मत निकालना, स्तनों पे निकाल दो।

फिर मैंने उसे सीधा किया, और उसके स्तनों पर सारा माल निकाल दिया। उसने चूस के मेरा लंड साफ किया। फिर वो बाथरूम में जाने लगी, और मैं भी पीछे-पीछे चला गया। हम दोनों साथ में नहाए, एक-दूसरे को साफ किया, और कमरे में आकर नंगे ही एक-दूसरे के साथ लिपट कर सो गए।

ये सिलसिला 5 दिन तक चला, जब तक उसके मम्मी-पापा आए नहीं गांव से। ये मेरी रियल सेक्स कहानी है। अगर कोई गलती दिखे तो ज़रूर बताना। अगर आपको मेरी चुदाई कहानी अच्छी लगी हो तो रिप्लाई करें।