मां को चोदने के लिए लोगों ने उकसाया-38

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संपा: तू पागल है क्या? अभी मेरे बदले वार्डन आ जाता तो?

अमित: मैं क्या करूं रानी, तुम मेरे दिलो-दिमाग़ में छा गई हो। एक बार प्यार करने दो।

संपा ने डोर को बंद किया, और अमित को लेकर दूसरे बेडरुम में गई।

संपा: तू तो अपनी मां को चोदने गया था। इतनी रात को उसे किस के पास बेच कर आ गया?

अमित ने संपा के बदन से गाउन हटा दिया, और उसे बेड पर लिटाया। खुद भी नंगा हुआ और संपा के उपर चढ़ गया। लंड को तैयार देख संपा भी गर्म हो गई। ख़ुद लंड को बूर के छेद में दबाया और अमित ने धक्के मारना शुरू किया।

अमित: मेरी रंडी सुबह ही आ गई थी। उसे कई बार चोदा भी। होटल का 65 साल का मालिक उसे अपने साथ रखने की बात कर रहा था। मैंने मां की बूर से लंड निकाल कर साले को चुसाया और उसे रस भी पिलाया। बेटीचोद ने ग़ुस्से में आकर हम दोनों को होटल से निकाल दिया। अभी मां को अपनी दूसरी रंडी रेखा के पास छोड़ कर अपनी प्यारी रानी को प्यार करने आया हूं।

संपा: तू झूठ बोल रहा है, सिर्फ़ मुझे गर्म करने के लिए बोल रहा है ना, कि तुमने मां को चोदा।

अमित: नहीं रानी, जो कसम ले लो। एक बार नहीं, तीन बार चोदा।

अमित को सही में संपा से बहुत प्यार हो गया था। उसने अपने से 25 साल बड़ी उम्र की औरत को चोदते हुए दिन भर की सारी बात बता दी। कुछ भी नहीं छिपाया।

संपा: बाप रे, तू बहुत बड़ा हरामी है। तुझसे बच कर रहना पड़ेगा।

अमित ने धक्का मारते हुए बेतहाशा चूमा।

अमित: रानी मुझे और कोई नहीं चाहिए। बस एक यही संपा मित्रा चाहिए। मुझे कभी अपने से अलग मत करना।

संपा: नहीं करुंगी। तू शाम को अपनी मां को लेकर मेरे घर आ। वो जितने दिन यहां रहना चाहती है, तुम भी उसके साथ मेरे घर में ही रहो।

अमित ने बता दिया कि हेडमास्टर ने पहले ही रात के खाने के लिए बुलाया था।

अमित: मेरी मां वास्तव में रेखा के बुलाने पर ही आई है। रेखा उसे अपने से अलग नहीं करेगी।

संपा: तू चिंता मत कर। तू अपना काम कर। मैं ख़ुद जाकर मिल लूंगी। बहुत बढ़िया से चोद रहे हो यार। मां की बूर का मसाला खाकर तेरे लंड की ताक़त और बढ़ गई है। पेलता रह।

चोदते-चोदते अमित ने संपा को ठंडा किया ही, ख़ुद भी ठंडा हो गया। दोनों वैसे ही नंगे ही, एक-दूसरे से चिपक कर सो गये।

सुबह पहले संपा की नींद खुली। उसने बिना कुछ बोले हिला-डुला कर अमित को उठाया। उसकी आंख खुली और तुरंत खड़ा हो गया। लेकिन संपा ने अमित के लंड को कस कर पकड़ा।

संपा: समीर, अमित को इस घर में, मेरे और सपना के साथ नंगा देखने की आदत डाल लो। अब जब भी बुलाऊंगी अमित घर आकर हम दोनों को चोदेगा। अगर तुमने अमित को नुक़सान पहुंचाने की कोशिश भी कि, तो यहां रहने वाले सभी को मालूम हो जायेगा कि तुम अपनी बेटी को चोदते हो।

सपना और पति के सामने संपा ने सुपारा को थोड़ी देर चूसा।

संपा: अमित अभी जाओ, नाश्ता का समय हो गया है। मैं तुम्हारी मां से मिल लूंगी। यार, आज तुमने बहुत ही बढ़िया चोदा। जब भी मौक़ा मिले घर आ जाना। हम दोनों की बूर तुम्हारे लिए हमेशा खुली है।

बाक़ी तीनों में से किसी ने कुछ नहीं कहा लेकिन कपड़े पहन कर अमित ने समीर मित्रा (वार्डन) के फ़ीट को छूकर प्रणाम किया।

अमित: सर ज़िंदगी भर आपका आभारी रहूंगा। प्लीज़ मुझे आप अपनी पत्नी को प्यार करने से कभी मत रोकिएगा।

सब के सामने अमित पहले संपा को और बाद में सपना को चूम कर अपने रूम में वापस आ गया। अमित के घर से बाहर निकलने के बाद मित्रा ने सपना को गोदी में बिठाया।

मित्रा: बाप रे कितनी हिम्मत है इस लड़के में! मैं तो इसे बहुत ही शरीफ़ समझता था।

संपा नंगी ही थी।

संपा: अमित शरीफ़ है कि नहीं वो मालूम नहीं। लेकिन तुमने साबित कर दिया कि तुम दुनिया के सबसे बड़े नामर्द हो। तेरी आंखों के सामने तेरी घरवाली को चोद कर चला गया, और तुमने उसे ऐसे ही जाने दिया?

मित्रा भी तो बेटीचोद ही था। बेटी ने अभी तक बूर में बाप का लंड नहीं घुसने दिया था, लेकिन कई महीनों से बाप से बूर चटवा रही थी। सपना के सलवार के अंदर हाथ घुसा कर बूर को मसलने लगा।

मित्रा: अमित को जल्दी घर बुलाओ, और मेरे सामने उससे चुदवाओ। सात साल से 5 आदमियों के साथ धंधा कर ही रही हो, अब घर में भी धंधा कर दो। बनबारी को बोलता हूं कि तुम दोनों की भी दलाली करें।

संपा: हम दोनों स्टूडेंट्स से चुदवाये या ना चूदवाये, बहुत जल्दी तेरी बेटी और दोनों बहनों को तेरी आंखों के सामने एक के बाद एक अमित, तेरे दोस्त अरविंद और असलम से चुदवाऊंगी। असलम कल भी आया था। बोल रहा था कि कोई आसिफ़ है जो मुझे चोदने के लिए 25 हज़ार देगा। होटल ना जा कर अब असलम की रंडी बन कर यहीं तेरे स्टूडेंटस से चूदवाऊंगी। सुना है कि दूसरी औरतें 2 घंटा का सिर्फ़ तीन हज़ार ही लेती हैं। मैं देखना चाहती हूं कि कौन लड़का है जो तीन हज़ार के बदले मुझे 25 हज़ार देना चाहता है। एक बार फिर कहती हूं, अमित का किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होना चाहिए।

संपा अपनी जगह से उठी और मित्रा की गोदी में बैठी सपना को भी उठाया।

संपा: आज रात तो अमित नहीं आयेगा। सपना, असलम को बोल कि पूरा एडवांस मिलने के बाद आज रात ही आसिफ़ से चुदवाऊंगी।

अमित ने 3 बार ही चोदा और संपा की सोई हुई जवानी पूरी तरह से जाग गई। अब ये देखना था कि रेखा कब स्टूडेंट्स के रुम में जाकर चुदवाना शुरू करेगी।

अमित फ़्रेश होकर कैंटीन गया। बहुत से स्टूडेंटस तब भी नाश्ता कर रहे थे। अपने नाश्ते की प्लेट लेकर अमित अपने दोस्त विनोद के बग़ल में बैठ गया।

अमित: अच्छा किया कि तुमने रत्ना मैडम को संभाल लिया। कैसी है कुतिया?

विनोद: बहुत ही मस्त और बिंदास माल है। रंडी ने कहा कि वो देखना चाहती है कि एक के बाद एक लगातार कितना लंड संभाल सकती है। तीन घंटे के बदले 6 घंटे रही। क्या लंड चूसती है यार मज़ा आ गया।

अमित: मेरी मां से बढ़िया नहीं चूसती होगी। रूपया निकाल कर रख ले। वो किसी भी रात मेरे रूम में आ सकती है। तुझे बुला लूंगा।

विनोद: जब भी आयेगी पूरा पैसा दूंगा। लेकिन यार मुझे रेखा की बूर में लंड पेलना है।

अमित: बहुत जल्दी उसे तैयार कर लूंगा। फिर हम दोनों एक साथ उसे चोदेंगे। अपनी मां बहन को कब बुलाओगे?

विनोद: दिल्ली यहां से कितनी दूर है! सुबह जाओगे और दोनों को चोद कर रात कर वापस आ सकते हो। आज कल हेडमास्टर साहब तुम पर बहुत मेहरबान है। लगता है कि संगीता तुम्हारी चुदाई से बहुत ही ज़्यादा खुश है।

अमित: क्या फ़ालतू बात कर रहे हो! मैं पागल हूं जो हेडमास्टर की बेटी को हाथ लगाऊंगा? मुझे संगीता या रचना जैसी जवान लड़की नहीं 2-3 बच्चों वाली औरतों को चोदने में ज़्यादा मज़ा आता है। मैंने संगीता को नहीं चोदा है।

अमित ने इतना ज़ोर देकर कहा कि विनोद को भी लगा कि अमित ने तब तक संगीता को नहीं चोदा था। नाश्ता करने के बाद दोनों क्लास में गये। लंच में संगीता ने अमित से बात की। अमित ने बताया कि उसकी मां आ गई थी और रेखा के साथ रह रही थी। संगीता ने अमित को याद दिलाया कि रात में दोनों मां बेटे का खाना उनके घर में था। संगीता ने कहा, “खाने के बाद तेरी मां किससे चुदवाती है मुझे नहीं मालूम, लेकिन तुम मुझे रात भर चोदोगे। तुमसे कैसा चोदा यार, असलम और अरविंद से 2-2 बार चुदवा कर मैंने दोनों से कह दिया कि मुझे उनके साथ कोई मज़ा नहीं आया, और अब उनसे कभी नहीं चुदवाऊंगी।”

मैंने इधर-उधर देखा और संगीता का एक हाथ पकड़ कर एक किनारे ले गया। बहुतों ने देखा। देखने वालों में विनोद और रचना भी थे।

अमित: मैं चाहता हूं कि हम दोनों के सामने तुम्हारा असलम मेरी मां को चोदे, और मैं आज रात तुम दोनों मां-बेटी को चोदूंगा।

संगीता: इंतज़ाम कर दूंगी लेकिन उससे पहले तुम्हें सब के सामने, बाबू जी के सामने अपनी मां को चोदना होगा।

अमित: तुम्हारा हुक्म सर आंखों पर मैडम। यार इस रचना को चोदना है।

संगीता: क्लास के बाद रोज़ 2-3 घंटा गार्गी को चोदने जाती है। गार्गी को तुमने चोद ही लिया है रचना को चोदना मुश्किल नहीं होगा। वैसे रचना तुम्हें बहुत पसंद करती है। ख़ुशी-ख़ुशी चुदवायेगी।

उस दिन आख़िरी पीरियड केमिस्ट्री का प्रैक्टिकल था। मैं अपना काम कर रहा था कि रचना बग़ल में आ गई।

अमित: आज तो मेरी किस्मत खुल गई। रचना मैडम, स्कूल की हीरोईन मेरे बग़ल में है।

रचना: फालतू बात मत करो। गार्गी, जिसे तुम जानते नहीं, उसके घर जा सकते हो, उसके साथ रात गुज़ार सकते हो, संगीता के साथ रात गुज़ार सकते हो, तो मेरे घर नहीं आ सकते थे?

संगीता ने अपनी चूदाई की कहानी रचना को नहीं सुनाई थी लेकिन पिछले दिन जब वो गार्गी के साथ नंगी मस्ती मार रही थी, तब रचना की नंगी जवानी को मसलते हुए अमित के साथ की चूदाई की कहानी विस्तार से बतलाई ही, यह भी कह दिया कि अमित संगीता और रेखा को भी चोद रहा है।

गार्गी की पूरी बात सुन कर उसने कहा था। “अमित को सभी बहुत शरीफ़ समझते हैं लेकिन कुछ दिन से, 20-22 दिनों से उसमें बहुत बदलाव आ गया है। अब समझ में आया कि असल बात क्या है। लेकिन तुम तो उसे पढ़ाती नहीं फिर तुम्हें चोदने कैसे आ गया?”

गार्गी: रेखा ने बताया कि अमित बहुत ही बढ़िया चोदता है तो मैंने हेडमास्टर से कहा और उसने अगली रात ही उसे मेरे पास भेज दिया। मुझे लगता है कि वो दूसरी माल सब को भी चोद रहा है।

गार्गी की बात सुन कर उसने फ़ैसला किया कि वो अमित से ही सीधा बात करेगी। पहले ही मौक़ा पर उसने कहा कि जब वो संगीता और गार्गी के साथ रात गुज़ार सकता था, तो उसके घर क्यों नहीं आया।

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